राष्ट्रीय खेल दिवस: मयूर स्कूल में संसाधनों के लगें पंख खिलाड़ी भरने लगे है उड़ान

खेल और खिलाड़ियों की प्रतिभा का हर जगह हो सम्मान : मुक्केबाज ईशान दास

अशोक झा, सिलीगुड़ी: आज 29 अगस्त को भारत में राष्ट्रीय खेल दिवस के रूप में मनाया रहा है। इसे उत्सवी माहौल में सिलीगुड़ी मयूर स्कूल ने तब्दील कर दिया। यहां संसाधनों के लगें पंख के कारण खिलाड़ी लगातार उड़ान भरने लगे है। इस मौके पर राष्ट्रीय भारतीय मुक्केबाज ईशान दास बतौर मुख्य अतिथि थे। विभिन्न स्कूलों से इस खेल के महाकुंभ में गोता लगाने स्कूली ब्राइट एकेडमी पंजाबी पारा, फर्स्टे इंटेलिटोल्स प्रिस्कूल, जी.डी. गोयनका, नेबुला किड्स अकादमी किड्जी, किड्जी और डेबीडेंज के 105 स्कूल प्रांगण में पहुंचे। उसके बाद मयूर स्कूल के बच्चे भी इस खेल महोत्सव में शामिल हुए। खेल के महाकुंभ में आज फुटबॉल का मैच खेला गया। मुख्य अतिथि राष्ट्रीय भारतीय मुक्केबाज ईशान दास ने मुक्केबाजी का हैरत एंगेज करनामा दिखाया। उन्होंने कहा की यह आत्मरक्षा के साथ आपको जीवन में उचाइयों पर पहुंचा सकता है। उन्होंने कहा की खेल और खिलाड़ी का हर तरह से सम्मान होना चाहिए। कम समय में स्कूल में जिस प्रकार की व्यवस्था है उसकी जितनी तारीफ की जाय कम है। मयूर स्कूल के निदेशक विमल डालमिया ने खिलाड़ियों के बीच बताया की आज का दिन हॉकी के जादूगर कहे जाने वाले मेजर ध्यानचंद की जयंती है। इसे राष्ट्रीय खेल दिवस के रूप में मनाया जाता है। राष्ट्रीय खेल दिवस क्यों मनाया जाता है? राष्ट्रीय खेल दिवस के मौके पर मेजर ध्यानचंद के जीवन और उनके योगदान को याद किया जाता है। इस दिन खेलों के महत्व को बढ़ावा दिया जाता है और लोगों को खेलों में सक्रिय रूप से भाग लेने के लिए प्रेरित किया जाता है। इस दिन देश के खिलाड़ियों को उनके योगदान के लिए सम्मानित किया जाता है और युवाओं को खेलों में करियर बनाने के लिए प्रेरित किया जाता है। खेलों से स्वास्थ्य लाभ होते हैं, इसलिए इस दिन फिटनेस और स्वस्थ जीवन शैली को बढ़ावा देने पर जोर दिया जाता है। उन्होंने कहा की खेल सभी को एक साथ लाते हैं और राष्ट्रीय एकता को मजबूत करते हैं। खेल युवाओं को अनुशासन, टीम वर्क और नेतृत्व गुण सिखाते हैं। खेल शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए बहुत अच्छे होते हैं। खेलों में जीत परिवार और क्षेत्र का गौरव बढ़ाती है। उन्होंने बताया की आपकी खेल प्रतिभा से आप राष्ट्रीय खेल पुरस्कार भी जीत सकते है। राष्ट्रीय खेल दिवस के मौके पर राष्ट्रपति भवन में एक विशेष समारोह में राष्ट्रीय खेल पुरस्कार दिए जाते हैं। ये पुरस्कार भारत के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कारों में से एक हैं। इन पुरस्कारों को खेल के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान देने वाले खिलाड़ियों और कोचों को दिया जाता है। मेजर ध्यानचंद कौन थे?: मेजर ध्यानचंद का जन्म 29 अगस्त, 1905 को हुआ था. उन्हें हॉकी का जादूगर कहा जाता था. उन्होंने अपने अद्भुत हॉकी कौशल से दुनिया को चकित कर दिया था। उन्होंने भारत को 1928, 1932 और 1936 के ओलंपिक में स्वर्ण पदक दिलाया था। ध्यानचंद सिर्फ भारत में ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया में हॉकी के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों में गिने जाते थे।

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