सूझबूझ से महिला डिजिटल अरेस्ट होने से किस तरह बची, पढ़े यह खबर
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नोएडा। साइबर जालसाजों ने एक महिला को मनी लॉंड्रिंग में शामिल होने व अंतरराष्टï्रीय अपराधी से संपर्क होने का झांसा देकर स्काइप कॉल पर ले लिया और डिजिटल अरेस्ट कर ठगी करने के लिए धमकाने लगा। इसके बाद महिला ने सूझबूझ से जालसाजों से संपर्क तोड़ लिया और डिजिटल अरेस्ट से बच गई। इस बारे में महिला ने साइबर थाने में पुलिस से शिकायत की है। महिला ने अपनी सुरक्षा को लेकर चिंता भी जताई है। साइबर टीम ने महिला से बातचीत कर उनकी काउंसिलिंग की है।
नोएडा की रहने वाली एक महिला ने साइबर थाने में संपर्क कर बताया कि कुछ दिन पहले एक नंबर से कॉल आई और कॉलर ने इंटरनेशनल कोरियर कंपनी का स्टाफ बताया। उसने कहा कि मेरे नाम के उक पार्सल को मुंबई एयरपोर्ट पर कस्टम द्वारा रोक दिया गया है। यह कोरियर ताइवान जा रहा था और इसमें ड्रग्स से लेकर कई अवैध सामग्री है। इसके बाद मुंबई साइबर सेल के एक कथित अधिकारी से बात कराई और उसने मेरा मोबाइल नंबर, नाम, पता और आधार नंबर सहित व्यक्तिगत जानकारी मांगी। इसके बाद स्काइप कॉल पर ले लिया। वीडियो कॉल के दौरान आरोपियों ने मनी लॉन्ड्रिंग और ड्रग डीलिंग मामले में शामिल होने का आरोप लगाया। आरोप लगाया कि मोहम्मद अली अंसारी नामक एक अंतरराष्ट्रीय अपराधी से मेरी पहचान है। इसके बाद उसने मेरे लेन-देन के इतिहास की जांच करने के लिए बैंक खाता नंबर को सत्यापित करने पर जोर दिया।तब उन्हें संदेह हुआ और वीडियो कॉल काट दी। इस तरह वह डिजिटल अरेस्ट से बच गई। जालसाजों ने मेरा नाम, मोबाइल नंबर, घर का पता, वेतन और वर्तमान स्थान के बारे में बताया। इससे वह डर गईं। साइबर क्राइम थाने की पुलिस ने महिला के जज्बे की सराहना की और उनकी काउंसिलिंग कर डर दूर किया।