पुरानी बस्ती थाना पर शिकायतों के निस्तारण न किए जाने पर डीएम ने दोषी कर्मचारियों से स्पष्टीकरण

पुरानी बस्ती थाना पर शिकायतों के निस्तारण न किए जाने पर डीएम ने दोषी कर्मचारियों से स्पष्टीकरण

उप्र बस्ती जिले में पुरानी बस्ती थाना समाधान दिवस में डीएम ‌प्रियंका निरंजन ने जन सुनवाई की। इस दौरान माह के प्रथम थाना दिवस पर प्राप्त शिकायतों के निस्तारण न किए जाने पर डीएम की नाराजगी जाहिर किया। उन्होंने दोषी कर्मचारियों का स्पष्टीकरण तलब करने का निर्देश दिया है। पुराने मामलों की समीक्षा करते हुए डीएम ने पाया कि 10 दिसंबर के थाना दिवस के 05 प्रकरण अभी भी लम्बित है। 01 निस्तारित प्रकरण के सत्यापन के लिए शिकायतकर्ता से वार्ता की। तो उसने डीएम को बताया कि प्रकारण निस्तारित नहीं हुआ है। लेखपाल संतोष सिंह को निर्देश दिया कि पुनः जाकर निस्तारण करायें। चकरोड पर अवैध अतिक्रमण को न हटाये जाने पर लेखपाल को कारण बताओ नोटिस दिया तथा नायब तहसीलदार को बुलाकर मौके पर जाने एवं अवैध अतिक्रमण हटाने का निर्देश दिया। सभी लेखपालों को निर्देशित किया कि वे अपने क्षेत्र के अवैध अतिक्रमण का विवरण तीन दिन में उपलब्ध कराये। जिस लेखपाल के क्षेत्र में अवैध अतिक्रमण नहीं है, वो इस आशय का प्रमाण पत्र दें। वहां उपस्थित 13 लेखपालों से बारी-बारी अवैध अतिक्रमण के बारे में जानकारी ली। तालाब को पाटकर मकान, शौचालय बना लिए जाने के तीन मामले सामने आए। इसमें डीएम ने तहसीलदार को कार्यवाही करने का निर्देश दिया। 02 लेखपालो ने अवैध अतिक्रमण हटाते हुए पानी की टंकी के निर्माण के लिए उस भूमि का आवंटन किया है। बस्ती शहर में अवैध टैक्सी एवं टैम्पों स्टैण्ड संचालित न करने का निर्देश दिया। लेखपालों को निर्देशित किया कि सार्वजनिक भूमि का विवरण भी उपलब्ध करायें ताकि वहां पर विभागों के निर्माण के लिए भूमि का आवंटन किया जा सके। इस क्रम में डीएम ने थाने का अपराध रजिस्टर, त्यौहार रजिस्टर, गुण्डा एक्ट, गैंगेस्टर की कार्यवाही, भूमाफिया चिन्हीकरण कार्यवाही का रजिस्टर देखा। नायब तहसीलदार केके मिश्रा, दरोगा अरविन्द्र यादव, राधारमण यादव भी उपस्थित रहे।

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