डीएम प्रियंका निरंजन ने ओपेक चिकित्सालय कैली की जांच, एक लैब सहायक की सेवा समाप्त और व्यवस्था दुरुस्त करने का दिया निर्देश
डीएम प्रियंका निरंजन ने ओपेक चिकित्सालय कैली की जांच, एक लैब सहायक की सेवा समाप्त और व्यवस्था दुरुस्त करने का दिया निर्देश
उप्र बस्ती जिले के मेडिकल कॉलेज से संबद्ध ओपेक चिकित्सालय कैली में अस्सी शैय्या कोरोना वार्ड स्थापित किया गया है। एल-2 के इस अस्पताल के कोविड को लेकर की गई तैयारियों की पोल डीएम प्रियंका निरंजन के निरीक्षण में खुल गई। यहां कोविड नमूना के लिए बनाए काउंटर पर न तो कोई जांच का सामान मिला और न कोई कर्मी। इससे नाराज डीएम ने तत्काल प्रभाव से लैब सहायक की संविदा समाप्त करने का निर्देश दिया है। करीब 12.44 बजे अचानक ओपेक चिकित्सालय पहुंची डीएम ने ओपीडी से लेकर पीएम औषधि केद्र तक का निरीक्षण किया। सबसे पहले वे कोविड नमूना लेने के लिए बनाए गए काउंटर पर पहुंची। यहां की स्थिति देख उनका तेवर सख्त हो गया। सीएमएस डॉ. एएन प्रसाद को जमकर फटकार लगाते हुए व्यवस्था सुधारने का निर्देश दिया। इसके बाद डीएम ओपीडी की ओर मुड गईं। यहां आंख के लिए संचालित ओपीडी में पहुंच कर उन्होंने लालगंज क्षेत्र के चौबाह की महिला मरीज अंजनी से बात किया। इसके बाद वे सीधे पीएम जन औषधि केंद्र पर पहुंची। यहां एक करीब 60 वर्षीय बुजुर्ग कल्पनाथ दवा खरीद रहे थे। डीएम ने उनकी पर्ची जांची और ओपीडी में तैनात चिकित्सक डॉ. बीएल कन्नौजिया के पास पहुंच गई। बाहर से दवा लिखने के लिए उनसे बातचीत की। संतुष्ट न होने पर चिकित्सक को अल्टीमेटम देते हुए जरूरी दवा के लिए स्थानीय क्रय करने का निर्देश दिया। वहां से निकलने के बाद डीएम कोविड के लिए बनाए गए वार्ड में पहुंची। चकाचक वार्ड में उन्होंने आपरेटर से वेंटीलेटर शुरू करने को कहा। जब आपरेटर से वेंटीलेटर शुरू करना चाहा तो वह लो कनेक्शन बता दिया। डीएम नाराज हुईं तो उन्हें दूसरे बेड पर ले जाया गया, जहां उन्होंने मास्क व अन्य संसाधन चालू हालत में नहीं पाए। स्थिति को देख डीएम ने सीएमओ डॉ. आरपी मिश्र व सीएमएस कैली को तैयारी दुरुस्त करने लेने की हिदायत दे दी। घंटे भर के बाद डीएम ने बताया कि अभी तैयारी पूरी नहीं पाई गई है। तकनीशियनों की कमी को दूर करने के लिए शासन से दिशा निर्देश मांगा गया है। बताया कि लापरवाही में एक लैब टेक्नीशियन की संविदा समाप्त करने का निर्देश दिया गया है। जिले में एल- वन के चार अस्पताल बनाए गए हैं। तैयारी को और दुरुस्त करने की जरूरत है। उसे कराया जाएगा।