राष्ट्रीय बाल शल्य दिवस: बीएचयू में नयी पेशेंट लिफ्ट तथा नये वार्ड का उद्घाटन
चिकित्सालय के बाल शल्य विभाग में कार्यक्रम का आयोजन, पूर्व शिक्षकों को किया गया सम्मानित
वाराणसी : राष्ट्रीय बाल शल्य दिवस के अवसर पर आज सर सुन्दरलाल चिकित्सालय, काशी हिन्दू विश्वविद्यालय, स्थित बाल शल्य विभाग में भी कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस मौक़े पर विभागाध्यक्ष डॉ वैभव पांडेय ने बताया कि वर्ष 1965 में देश के पहले पीडियाट्रिक सर्जरी विभाग की स्थापना कि गई थी। उन्होंने कहा कि बीएचयू का बाल शल्य विभाग अपनी स्थापना के बाद से कई कीर्तिमान स्थापित कर चुका है तथा भारत ही नहीं बल्कि पूरे विश्व में अपनी पहचान बना चुका है। इस मौक़े पर कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सर सुंदरलाल चिकित्सालय के चिकित्सा अधीक्षक प्रो. के के गुप्ता ने बाल शल्य विभाग में नयी पेशेंट लिफ्ट तथा नये वार्ड का उद्घाटन भी किया। नया वार्ड सभी प्रकार की मॉर्डन सुविधाओं से सुसज्जित है। इस मौक़े पर प्रो. गुप्ता ने बताया की किस प्रकार से पीडियाट्रिक सर्जरी विभाग अपनी सेवाओ से मरीजों के हित में निरंतर कार्य कर रहा है तथा उन्हें आधुनिक सेवाएं दे रहा है। उन्होंने बताया कि बाल शल्य विभाग में पिछले एक वर्ष में नये पेशेंट वेटिंग एरिया, सेंट्रल एसी प्लांट, कंप्रेस्ड एयर प्लांट आदि सुविधाए स्थापित की गई है। आयोजन में पद्मश्री सरोज चूड़ामणि गोपाल व डॉ अजय गंगोपाध्याय को सम्मानित किया गया, जिन्होंने ने विभाग की नींव रखी थी। इस अवसर पर उप चिकित्सा अधीक्षक प्रॉ. अंकुर सिंह, प्रॉ. एस पी शर्मा, प्रॉ. आर बी सिंह ने भी अपने विचार रखे। डॉ शशि प्रकाश मिश्रा व डॉ राजेश मीना ने विभाग के योगदान की चर्चा की। इस कार्यक्रम में कई मरीजों के परिजनों ने भी अपने अनुभव साझा किये, जिनके बच्चे विभाग में इलाज से ठीक हो चुके हैं। कार्यक्रम में डॉ रुचिरा, डॉ कणिका, डॉ सुनील सहित विभाग के चिकित्सकों तथा स्टाफ़ व नर्सिंग ऑफिसर्स ने भी हिस्सा लिया।