बीएचयू के मालवीय भवन में सूर्य नमस्कार कार्यशाला का शुभारम्भ

 

वाराणसी। मंगलवार को काशी हिन्दू विश्वविद्यालय का हृदयस्थल मालवीय भवन स्थित योग साधना केन्द्र में पन्चदश दिवसीय सूर्यनमस्कार कार्यशाला कार्यक्रम का शुभारम्भ हुआ। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि अन्तर विश्वविद्यालय अध्यापक केन्द्र, वाराणसी के निदेशक प्रो. प्रेमनारायण सिंह जी रहे। आपने अष्टांगयोग का महत्त्व बताते हुए, योगासनों को शरीर संवर्धन हेतु अत्यन्त उपयोगी बताया साथ ही वज्रासन के महत्व पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम की अध्यक्षता मालवीय भवन के मा. निदेशक तथा समन्वयक, योग साधना केन्द्र, प्रो. राजाराम शुक्ल ने की। आपने अपने वक्तव्य में बताया कि योग साधना मनुष्य मात्र के लिए उपयोगी सिद्ध हो रही है। योग साधना केन्द्र में प्रमाणपत्र एवं डिप्लोमा दो पाठयक्रम चलाये जाते हैं। इनका उद्देश्य है कि यहाँ से प्रामाणिक योग के अभ्यासी तैयार हांे। देशभर में यहाँ के विद्यार्थी अपना केन्द्र-चला रहे हैं। मालवीय भवन से गुणवत्ता तथा शास्त्रीय विधि से ज्ञान को प्रदान करना इस केन्द्र का मुख्य उद्देश्य है जो देशभर में चल रही अनेक प्रकार की भ्रान्तियों का निवारण कर सके।
इसके पश्चात् योग साधना केन्द्र के वरिष्ठ योग प्रशिक्षक डॉ. योगेश कुमार भट्ट ने सूर्यनमस्कार के मन्त्रों सहित उनके सहायक अंगों का अभ्यास कराकर अन्त में ध्यानयोग का अभ्यास कराया । धन्यवाद ज्ञापन सह मानित निदेशक प्रो. श्रीकृष्ण त्रिपाठी जी ने किया। आपने बताया कि स्वस्थ शरीर में स्वस्थ मस्तिष्क का निवास होता है। कार्यक्रम का संचालन डॉ. योगेश कुमार भट्ट ने किया। इस कार्यक्रम में डॉ. राधेश्याम तिवारी, डॉ. दिनेश जोशी आदि उपस्थित थे।

 

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