गोशाला संचालित न करने पर पांच बीडीओ का वेतन रोकने का आदेश
गोशाला संचालित न करने पर पांच बीडीओ का वेतन रोकने का आदेश

उप्र बस्ती जिले में गौ संरक्षण सरकार की महत्वपूर्ण कार्यक्रम है। इसमें किसी प्रकार की शिथिलता या लापरवाही क्षम्य नहीं होगी। यह निर्देश डीएम प्रियंका निरंजन ने दिए हैं। डीएम ने प्रत्येक ब्लॉक में पांच-पांच गोशाला संचालित न करने पर नाराजगी व्यक्त किया। इस कार्य में शिथिलता के लिए छह बीडीओ का वेतन रोकने का निर्देश दिया है। निर्देश दिया कि प्रत्येक ब्लॉक में सात-सात गो संरक्षण केंद्र संचालित करते हुए छुट्टा पशुओं को इसमें सुरक्षित करें। साथ ही चारागाह में नैपियर घास की बुवाई करें ताकि इन पशुओं के लिए चारे की कमी न हो। कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित गो- संरक्षण कार्यक्रम की समीक्षा करते हुए कहा कि जिले 114 गोशालाएं संचालित थी परंतु वर्तमान में केवल 56 सक्रिय हैं। निर्देश दिया है कि पूरे जिले में कम से कम 100 गोशाला संचालित करके छुट्टा पशुओं को संरक्षित किया जाए। उन्होंने गोशालाओं का कलस्टर बनाने का भी निर्देश दिया है। सीडीओ को निर्देशित किया कि सीवीओ, रामनगर के बीडीओ तथा अधिशासी अभियंता पीडब्ल्यूडी के साथ परसोंहिया का सर्वे करके रिपोर्ट दें ताकि वहां पर वृहद गोशाला खोली जा सके।
डीएम ने नगर पालिका एवं नगर पंचायत क्षेत्र में शाम को सात बजे के बाद अभियान चलाकर छुट्टा पशुओं को पकड़ने का निर्देश दिया है।
समीक्षा के दौरान गोशालाओं के संचालन में सदर, साऊघाट, कप्तानगंज, कुदरहा, बनकटी, सल्टौआ तथा बहादुरपुर मे शिथिलता पाए जाने पर जिलाधिकारी ने संबंधित बीडीओ का वेतन अग्रिम आदेशों तक रोकने के लिए निर्देश दिया है। इस मौके पर सीडीओ डॉ. राजेश कुमार प्रजापति, एडीएम कमलेश चंद्र, पीडी कमलेश सोनी, डीडीओ अजीत श्रीवास्तव, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. अश्वनी तिवारी, एसडीएम शैलेश दुबे, जीके झा, आनंद श्रीनेत, गुलाबचंद आदि मौजूद रहे।