झांसी के पायलट ट्रेनिंग सेन्टर से आसमान में उड़ान भरेगी बुन्देलखंड की तरुणाई
झांसी के पायलट ट्रेनिंग सेन्टर से आसमान में उड़ान भरेगी बुन्देलखंड की तरुणाई
झांसी समेत पूरे बुंदेलखंड के युवा अब यहां खुलने जा रहे पायलट ट्रेनिंग सेन्टर मे उड़ान भरना सीखेंगे। झांसी में बुंदेलखंड क्षेत्र का यह पहला पायलट ट्रेनिंग सेंटर होगा। ₹1 हजार करोड से बबीना में बनने जा रहे इस पायलट ट्रेनिंग सेंटर के लिए एक निजी कंपनी ने सरकार से एमओयू साइन किया है। इसके लिए 50 एकड जमीन भी आवंटित कर दी गई है। इसी साल सितंबर महीने में ट्रेनिंग सेंटर का काम शुरू हो जाएगा। जल्द ही युवाओं के ट्रेनिंग कोर्स भी शुरू हो जाएंगे।
झांसी के उपायुक्त उद्योग मनीष चौधरी ने बताया कि प्रशिक्षण केंद्र मे पायलट ट्रेनिंग, क्रू मेंबर ट्रेनिंग, एयरक्राफ्ट मेंटेनेंस, इंजीनियर ट्रेनिंग और एयरक्राफ्ट कंट्रोलर ट्रेनिंग कोर्स चलाए जाएंगे। हाई स्कूल पास करने के बाद युवक यहां पर प्रवेश ले सकेंगे। प्रशिक्षण की कुल अवधि 7 साल की होगी। जिनमें 5 साल सामान्य ट्रेनिंग और 2 साल स्पेशलाइजेशन का मौका दिया जाएगा।
पायलट ट्रेनिंग सेन्टर मे प्रशिक्षण के बाद विद्यार्थियों को पोस्ट ग्रेजुएशन की डिग्री दी जाएगी। प्रशिक्षण देने के लिए ट्रेनिंग सेंटर पर ही रनवे, टर्मिनल और एयर ट्रैफिक कंट्रोल रूम भी बनाए जाएंगे। सेंटर पर एयरक्राफ्ट का एक मॉडल तैयार किया जाएगा।और एक हेलिकॉप्टर हमेशा उपलब्ध रहेगा।
उपायुक्त उद्योग श्री चौधरी ने बताया कि झांसी में बड़ी संख्या में जमीन उपलब्ध है। इस वजह से निवेशक यहां पर आ रहे हैं। अब तक 270कंपनियां बुन्देलखंड के झांसी आदि जिलों मे उद्योग स्थापित करने के लिये एमओयू साइन कर चुकी है। पायलट ट्रेनिंग सेंटर के लिए भी एक कंपनी की ओर से ₹ 1हजार करोड का एमओयू साइन किया जा चुका है। जल्दी ही कंपनी अपना ऑफिस यहां खोलेगी। सितंबर में ट्रेनिंग सेंटर की आधारशिला रख दी जाएगी। इस ट्रेनिंग सेंटर से बुंदेलखंड के युवाओं को काफी लाभ होगा और रोजगार के नए अवसर मिलेंगे।