बढ़ सकती है अभिषेक बनर्जी की पत्नी रुजिरा की परेशानी

सिलीगुड़ी: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बुधवार को तृणमूल कांग्रेस महासचिव अभिषेक बनर्जी की पत्नी रुजिरा से सात घंटे से अधिक समय तक पूछताछ की। पूछताछ नौकरी के बदले नकदी घोटाले में कथित अनियमितताओं की चल रही जांच के सिलसिले में की गई। साल्ट लेक इलाके में केंद्र सरकार कार्यालय परिसर में ईडी के कार्यालय में सुबह करीब 11 बजे पूछताछ शुरू हुई और शाम 6 बजे के बाद भी जारी है।ईडी अधिकारी ने बताया कि हम नौकरी घोटाले में उनसे पूछताछ कर रहे हैं। हम उनसे कथित घोटाले में शामिल दो कंपनियों के निदेशकों की भूमिकाओं के बारे में पूछ रहे हैं। वह एक समय में दोनों कंपनियों में महत्वपूर्ण पद पर थीं। उनसे इस बारे में भी पूछताछ की जा रही है।पश्चिम बंगाल में ईडी के नवनियुक्त सहायक निदेशक मुकेश कुमार ने करोड़ों रुपये के स्कूल-नौकरी मामले में तृणमूल कांग्रेस के महासचिव अभिषेक बनर्जी की पत्‍नी रुजिरा बनर्जी से पूछताछ की। मुकेश कुमार राज्य में मनी लॉन्ड्रिंग से संबंधित सभी मामलों के प्रभारी हैं। रुजिरा बनर्जी सुबह 11.57 बजे ईडी के कार्यालय पहुंचीं। फॉर्म भरने की प्रारंभिक औपचारिकताओं के बाद पूछताछ प्रक्रिया शुरू हुई। सूत्रों ने बताया कि जिस कमरे में रुजिरा नरूला बनर्जी से पूछताछ हो रही थी, वहां मुकेश कुमार के अलावा ईडी की एक महिला अधिकारी भी मौजूद थीं। पूरी पूछताछ प्रक्रिया की वीडियो रिकॉर्डिंग की गई। कलकत्ता हाईकोर्ट की न्यायमूर्ति अमृता सिन्हा की एकल-न्यायाधीश पीठ के आदेश पर उनके पूर्ववर्ती मिथिलेश कुमार मिश्रा को हटाए जाने के बाद सहायक निदेशक के रूप में मुकेश कुमार ने पश्चिम बंगाल में मनी लॉन्ड्रिंग से संबंधित सभी मामलों में जांच का प्रभार संभाला है। कोर्ट ने निर्देश दिया कि मिश्रा पश्चिम बंगाल में इस मामले की किसी भी जांच का हिस्सा नहीं बन सकेंगे।इससे पहले करोड़ों रुपये के कोयला तस्करी मामले में ईडी के अधिकारियों ने रुजिरा बनर्जी से पूछताछ की थी। रिपोर्ट के अनुसार, उन्हें बुधवार को एक कॉर्पोरेट इकाई के पूर्व निदेशक के रूप में उनकी भूमिका पर पूछताछ करने के लिए बुलाया गया था, जिसका नाम स्कूल नौकरी मामले में केंद्रीय एजेंसी की जांच के दौरान सामने आया था। इस साल अभिषेक बनर्जी को स्कूल नौकरी मामले में दो बार पूछताछ का सामना करना पड़ा है, एक सीबीआई द्वारा और दूसरी ईडी द्वारा। दोनों ही मामलों में उन्होंने पूछताछ के नतीजे को शून्य या नकारात्मक बताया।
क्या है आरोप?
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के एक अधिकारी के मुताबिक, नौकरी घोटाले से अर्जित किया गया अच्छा-खासा धन चावल मिलों में निवेश किया गया। हमारे पास इसे साबित करने के लिए दस्तावेज हैं। आज के छापे इसी संबंध में हैं।
कई चावल मिलों में तलाशी ली जा रही
ईडी ने नौकरी घोटाले की जांच के संबंध में पश्चिम बंगाल के नदिया जिले में कम से कम चार स्थानों पर कई चावल मिलों में तलाशी भी शुरू की। केंद्रीय बलों के कर्मियों को शांतिपुर, धुबुलिया, राणाघाट और कृष्णानगर में मिलों की सुरक्षा में तैनात किया गया जहां तलाशी ली जा रही है।प्रवर्तन निदेशालय ने आज पश्चिम बंगाल के नादिया जिले में चावल मिलों पर छापे मारे। बबला कांडा खोला से सटे शांतिपुर बाईपास रोड पर स्थित राइस मिल और आटा मिल ईएसएसएसजीई राइस मिल और जीके एग्रो फूड प्रोडक्शन में छापेमारी चल रही है।प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अनुसार एजेंसी के अधिकारियों ने नौकरी घोटाले की जांच के सिलसिले में बुधवार को पश्चिम बंगाल के नादिया जिले में कम से कम चार स्थानों पर स्थित कई चावल मिलों में तलाशी अभियान चलाया। केंद्रीय बलों के जवान शांतिपुर, धुबुलिया, रानाघाट और कृष्णानगर में मिलों की सुरक्षा कर रहे हैं, जहां तलाशी अभियान चल रहा है। ईडी ऑफिसर ने कहा, “नौकरियों के घोटाले से जुटाई गई अच्छी खासी रकम चावल मिलों में निवेश की गई है। हमारे पास इसे साबित करने के लिए दस्तावेज हैं। आज की छापेमारी इसी सिलसिले में की गई है। रिपोर्ट अशोक झा

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