बंगाली परंपरा में दिवाली को संबोधित करते हैं कालीपूजा, मुख्यमंत्री भी पूजा में व्यस्त

बंगाली परंपरा में दिवाली को संबोधित करते हैं कालीपूजा, मुख्यमंत्री भी पूजा में व्यस्त
सिलीगुड़ी: दिवाली के दिन देशभर में मां लक्ष्मी और प्रथम आराध्य भगवान गणेश का पूजन किया जाता है। दीपावली पर्व में धार्मिक, सामाजिक, राजनैतिक तथा आर्थिक सभी तत्व सम्मिलित हैं। दीपावली शब्द की उत्पत्ति संस्कृत के दो शब्दों दीप अर्थात दीया और श्रृंखला के मिश्रण से हुई है। हालांकि पश्चिम बंगाल (उड़ीसा और असम में भी) में दिवाली के दिन मां काली की पूजा की जाती है। बंगाली परंपरा में दिवाली को कालीपूजा कहकर ही संबोधित करते हैं। मां काली की पूजा को लेकर धार्मिक मान्यता अनुसार रोचक कथा है।मान्यता है कि मां काली इसी दिन 64 हजार योगिनियों के साथ प्रकट हुई थीं। और उन्होंने रक्त बीज सहित कई असुरों का संहार किया था। पश्चिम बंगाल में कुछ शाक्त लोग इसी पवित्र पूजा को शक्तिपूजा भी कहते हैं।
1978 से ममता बनर्जी अपने आवास पर करती आ रही काली पूजा : साल 1978 से सीएम के आवास पर हो रही है मां काली की पूजा
इस अवसर पर ममता बनर्जी समाज के विभिन्न वर्ग के लोगों को अपने घर पर आमंत्रित करती हैं। खुद भी शहर की नामी हस्तियां मुख्यमंत्री के आवास पर पहुंचते हैं और पूजा में हिस्सा लेते हैं। सीएम पिछले कई सालों से नवनीत वृद्धाश्रम के वरिष्ठ नागरिकों के लिए पूजा देखने के लिए आमंत्रित करती रही हैं। बता दें कि ममता बनर्जी के आवास पर साल 1978 से काली पूजा का आयोजन हो रहा है। कभी मां काली की प्रतिमा का निर्माण भी उनके परिवार के सदस्य द्वारा ही किया जाता है। सबसे पहले इसकी शुरुआत प्रबीर चंद्र पाल ने की थी। फिलहाल यह परंपरा उनके पुत्र बरुण पाल निभा रहे हैं। बता दें कि ममता बनर्जी का आवास कालीघाट में हैं और उनके आवास से कालीघाट स्थित प्रसिद्ध मां काली का मंदिर कुछ ही दूरी पर है। पश्चिम बंगाल में रविवार को काली पूजा और दिवाली के मद्देनजर सुरक्षा को कड़ा कर दिया गया है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि राज्य की राजधानी कोलकाता में कानून-व्यवस्था बनाए रखने, अवैध पटाखों और समारोहों पर नजर रखने के लिए पांच हजार से अधिक पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है।.उन्होंने बताया कि शॉपिंग मॉल, बाजारों, धार्मिक स्थलों, रेलवे स्टेशनों और घाटों के अलावा शहर के प्रमुख स्थानों पर पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। उन्होंने बताया कि 35 सहायक आयुक्तों के अलावा उपायुक्त स्तर के 21 पुलिस अधिकारी भी ड्यूटी पर हैं। अधिकारियों ने बताया कि पास के बारासात और नॉर्थ 24 परगना जिले के बैरकपुर में भी सुरक्षा बढ़ा दी गई है जहां हजारों की संख्या में श्रद्धालु सामुदायिक काली पूजा पंडालों में पहुंच रहे हैं। अधिकारियों ने बताया कि सिलीगुड़ी, आसनसोल, दुर्गापुर और कल्याणी समेत राज्य के अन्य प्रमुख शहरों में भी इस तरह की चौकसी बरती गई है।कोलकाता में 2689 कालीपूजा का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें सबसे अधिक 497 पूजा का आयोजन कोलकाता पुलिस के जादवपुर विभाग में हो रहा है। दीपावली व कालीपूजा में पूरे महानगर में 21 डिप्टी कमिश्नर (डीसीपी) रैंक के अधिकारी और 35 असिस्टेंट कमिश्नर (एसीपी) रैंक के अधिकारी तैनात रहेंगे। पूरी सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेना इन्हीं की जिम्मेदारी होगी।
कालीपूजा पर महानगर में छह हजार पुलिस फोर्स की तैनाती
दीपावली व कालीपूजा में महानगर के अस्पतालों के आसपास पटाखे फोड़ने पर कार्रवाई की जायेगी. पुलिस की तरफ से कहा गया है कि अगर लोग अपने आसपास किसी को भी प्रतिबंधित पटाखा फोड़ते देखकर पुलिस को इसकी सूचना देना चाहें, तो 100 नंबर पर फोन कर सकते हैं. उनका परिचय गुप्त रखा जायेगा. कोलकाता पुलिस के संयुक्त आयुक्त (हेडक्वार्टर) संतोष पांडेय ने बताया कि दिवाली की रात पटाखा जलाने और आतिशबाजी के दौरान किसी भी तरह की दुर्घटना न हो, यह सुनिश्चित करने के लिए स्थानीय थाना प्रभारी इलाके के सभी बड़े आवासनों का दौरा कर स्थानीय लोगों को सावधानी बरतने व पुलिस के नियमों का पालन करने के लिए जागरूक किया जा रहा है।
21 डिप्टी कमिश्नर व 35 असिस्टेंट कमिश्नर रैंक के अधिकारी करेंगे निगरानी
दिवाली व कालीपूजा की रात को प्रत्येक थानाक्षेत्र में पुलिस की मोटरसाइकिल टीम नजदीकी इलाकों का दौरा करेंगी. आतिशबाजी के दौरान आगजनी की घटनाओं से निबटने के लिए कोलकाता पुलिस के सभी डिविजन में दमकल इंजनों को तैनात किया जायेगा. पर्याप्त संख्या में एम्बुलेंस भी तैनात रहेगी, जिससे किसी भी अप्रिय घटना पर तुरंत मदद उपलब्ध करायी जा सके. विसर्जन के दौरान महानगर की ट्रैफिक सेवा प्रभावित न हो और घाटों पर निगरानी के लिए बड़ी संख्या में पुलिस कर्मी तैनात किये जायेंगे। दीपावली से पहले 1726 शरारती तत्व अरेस्ट
,दीपावली से पहले महानगर के विभिन्न इलाकों में विशेष अभियान चलाकर कोलकाता पुलिस के एंटी राउडी स्क्वाड (एआरएस) व स्थानीय थाने की पुलिस ने संयुक्त अभियान चलाकर 1726 लोगों को गिरफ्तार किया है. पकड़े गये लोगों में ऑनलाइन गेमिंग खेलने के आरोपी के साथ अवैध शराब बेचने व अवैध गतिविधियों से जुड़े आरोपी शामिल हैं. पुलिस के मुताबिक महानगर के विभिन्न इलाकों में कई आपराधिक घटनाओं के अलावा अवैध गतिविधियों से जुड़े आरोपियों के खिलाफ पुलिस की तरफ से लगातार कार्रवाई की जा रही है. इस सिलसिले में दो से लेकर आठ नवंबर के बीच पुलिस ने महानगर के कई इलाकों में छापेमारी कर अबतक 1726 लोगों को गिरफ्तार किया है. दीपावली के पहले से शुरू हुआ यह अभियान आगे भी जारी रहेगा, जिससे महानगर में आपराधिक वारदातों पर नियंत्रण रखा जा सके। रिपोर्ट अशोक झा

Back to top button