आतंकवादियों, गैंगस्टरों, तस्करों , रोहिंग्या, बंग्लादेशी के पास फर्जी पासपोर्ट देश के आंतरिक सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा

सुरक्षा एजेंसियों के साथ अब पासपोर्ट ऑफिस तक बनाया पैठ

सिलीगुड़ी: आतंकवादियों, गैंगस्टरों, तस्करों और कट्टरपंथियों ने कनाडा और अमेरिका तक पहुंचने के लिए छात्र या आगंतुक वीजा प्राप्त करने के लिए आसानी से फर्जी पहचान और पासपोर्ट का उपयोग किया है। वे न केवल विदेशों में पहुंच कर भारत के खिलाफ काम करते हैं, बल्कि यह दावा करते हुए शरण भी मांगते हैं कि भारत में उन्हें गलत तरीके से सताया गया है। हाल के दिनों में सबसे चौंकाने वाले मामलों में से एक गैंगस्टर और सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड के सरगना लॉरेंस बिश्नोई के छोटे भाई अनमोल बिश्नोई का विदेश भाग जाने का मामला कोई नई बात नही है। नापाक इरादा रखने बाला पड़ोसी मुल्क हमास जैसा हमला करने की धमकी से बाज नहीं आ रहा है। विदेशी फंडिंग से देश में एक धर्म विशेष के लोगों में हिंसा भड़काने की हवा दी जा रही है। और अब जो बाते सामने आ रही है उसके अनुसार देश के आंतरिक सुरक्षा के खतरा उत्पन्न कर सकता है। आंतरिक सुरक्षा के लिए खतरा बने रोहिंग्या और बांग्ला देसी घुसपैठ के पास फर्जी पासपोर्ट पहुंच रहा है। इसके पकड़े जाने की भी बात इस साल सबसे ज्यादा है। घुसपैठ का बड़ा खतरा लगातार सामने आ रहा है। म्यांमार से बंगाल होता हुआ देश के सभी राज्यों तक रोहिंग्याओं का एक ऐसा सिंडिकेट काम कर रहा है, जिसकी सरकारी विभागों में बड़ी घुसपैठ है। आधार कार्ड, पैन कार्ड, राशन कार्ड, बर्थ सर्टिफिकेट बनवाना इनके लिए चुटकियों का खेल है. इसी के साथ रोहिग्यांओं ने फर्जी कागजातों के सहारे पासपोर्ट तक बनवा ले रहे है। रोहिग्यां ने फर्जी पासपोर्ट बनवाने का खेल रच रहा है इसके पीछे बड़ी विदेशी साजिश है। इतना ही नहीं फर्जी पासपोर्ट से मानव तस्करी भी बड़े पैमाने से हो रही है। इस गैैंग के टारगेट पर घरों में काम करने वाली कम उम्र की मेड, गरीब घर की महिलाएं और जॉब तलाश रही युवतियां होती हैैं। विदेश में अच्छी सेलरी का विज्ञापन सोशल मीडिया और अखबारों में आता है। महिलाएं नौकरी की तलाश में एजेंट से संपर्क करती हैैं। इसके बाद एजेंट इन महिलाओं को सुनहरे भविष्य के सपने दिखा कर इनकी एजुकेशनल आईडी, किसी स्कूल से मार्कशीट बनवाकर बर्थ सार्टिफिकेट और आधार कार्ड बनवा लेते हैैं। जिससे पासपोर्ट बन जाता है। अब शुरू होता है मानव तस्करी के गैैंग का असली काम। विदेश में बैठे इनके एजेंट टूरिस्ट वीजा भेजते हैैं और इन महिलाओं को गल्फ कंट्रीज में ले जाया जाता है। जहां इनका पासपोर्ट और वीजा छीनने के बाद इनको बेच दिया जाता है। उसके बाद ये घरों में कैद होकर घरेलू काम के अलावा गृह स्वामी की मर्जी का हर काम करती हैैं। ऐसा नहीं है कि केवल विदेश भेजकर ही मानव तस्करी की जा रही है बल्कि यूपी से दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु और महाराष्ट्र के दूसरे हिस्सों में भी मानव तस्करी की जा रही है। बंगाल, नेपाल और बांग्लादेश से महिलाओं और पुरुषों को काम दिलाने के झांसा देकर ले जाया जाता है, उसके बाद घर से उसे विदेश या देश के दूसरे राज्यों में ले जाकर गलत धंधे में उतार दिया जाता है। ये काम बकायदा एजेंसी से किया जाता है। इन एजेंसियों को ऑफिस बड़े बड़े कॉम्पलेक्स में होते हैैं। विदेशी नागरिकों को
फर्जी पासपोर्ट बनाने का धंधा भी किया जाता है।। जिसकी जांच क्राइम ब्रांच कर रही है। पहले किसी स्कूल से मार्कशीट, उसके बाद बर्थ सार्टिफिकेट, फिर आधार कार्ड और उसके बाद पासपोर्ट बनवाता था। पासपोर्ट बनवाने के बाद का काम गैैंग के दूसरे लोगों को सौंपा जाता था।
एजेंटों और पासपोर्ट अधिकारियों के बीच नेक्सस: गंगटोक पासपोर्ट सेवा केंद्र के वरिष्ठ अधीक्षक गौतम कुमार साहा को सीबीआई पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। बताया जाता है कि उससे एक से अधिक एजेंटों के नाम सामने आये हैं। सिलीगुड़ी के पास नक्सलबाड़ी के बरुण सिंह राठौड़ का नाम भी सामने आया है। उसे भी गिरफ्तार कर लिया गया है. शनिवार सुबह से ही सीबीआई की टीम ने घर पर छापेमारी की और उसके घर से फर्जी पासपोर्ट बनाने के दस्तावेज जब्त किये गये हैं। बता दें कि दस साल पहले भी बरुण सिंह राठौर स्थानीय पंचायत का अस्थायी कर्मी था। राशन कार्ड बनाने के काम में धोखाधड़ी के कारण नौकरी चली गई। इसके बाद इसने फर्जी पासपोर्ट बनाने का काम शुरू किया। इलाके में करीब तीन करोड़ रुपये में जमीन खरीदकर घर बनाया। वह बिना कार के यात्रा नहीं करता था। घर में कोई समारोह हो तो इलाके में कारों की लाइन लग जाती थी। बरुण राठौड़ कभी-कभी देर रात को काली कार से अज्ञात स्थानों पर जाता था। केंद्रीय खुफिया एजेंसी कुछ दिनों से इसकी गतिविधियों पर नजर रख रही थी। बरुण सिंह राठौर पासपोर्ट अधिकारी गौतम साहा का काफी करीबी था। पिछले महीने तक गौतम सिलीगुड़ी में क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय में कार्यरत थे। उनका अब तबादला हो गया है। सीबीआई ने उन्हें भी गिरफ्तार किया है।
बंगाल और सिक्किम में फर्जी पासपोर्ट बनाने के मामले में केंद्रीय जांच एजेंसी सीबीआई की अलग-अलग टीमें पश्चिम बंगाल और सिक्किम में कुल 50 ठिकानों पर छापेमारी कर रही हैं। सीबीआई की अलग-अलग टीमों ने सिलीगुड़ी और गंगटोक समेत कई जगहों पर छापेमारी की। सीबीआई अभी तक गौतम कुमार साहा, वरुण सिंह राठौर सहित कई लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। वहां से सीबीआई को सनसनीखेज जानकारी मिली है। सीबीआई अधिकारियों को बड़ी संख्या में महिलाओं के कागजात मिले हैं। आरोप है है कि नेपाली महिला नागरिकों को भारत की नागरिकता के कागजात देकर उनकी विदेशों में तस्करी की जाती थी। सीबीआई अधिकारियों को बड़ी संख्या में जन्म प्रमाणपत्र, स्कूल सर्टिफिकेट और विभिन्न ग्राम पंचायतों के स्थानीयता के प्रमाणपत्र के कागजात भी मिले हैं। सीबीआई से मिली जानकारी के अनुसार फर्जी दस्तावेजों पर आधारित फर्जी पासपोर्ट का मिलान तभी किया जाता था जब रिश्वत की रकम मांग के मुताबिक पहुंचा दी जाती थी। इस मामले में सीबीआई गंगटोक में पासपोर्ट सेवा केंद्र के वरिष्ठ अधीक्षक को सीबीआई के जांच अधिकारियों ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी का नाम गौतम कुमार साहा. वहीं, दीपू छेत्री नाम के एक शख्स को केंद्रीय जांच एजेंसी ने गिरफ्तार किया है। दीपू पासपोर्ट धोखाधड़ी गिरोह में एजेंट या बिचौलिए के रूप में काम करता था।।मालूम हो कि गौतम कुमार साह को 1 लाख 90 हजार की रिश्वत देते हुए रंगे हाथ पकड़ा गया है। बंगाल-सिक्किम के 50 ठिकानों पर सीबीआई की रेड: बता दें कि पासपोर्ट धोखाधड़ी मामले में हाल ही में सीबीआई ने 24 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. उस सूत्र के आधार पर केंद्रीय जांच एजेंसी ने पश्चिम बंगाल और सिक्किम में कुल 50 जगहों पर एक साथ छापेमारी की है। मालूम हो कि कल शाम से ही सर्च ऑपरेशन जारी है। सीबीआई ने सिलीगुड़ी उपमंडल के नक्सलबाड़ी इलाके में एक घर पर भी छापेमारी की. इसके अलावा केंद्रीय जांच एजेंसी दार्जिलिंग में भी तलाशी अभियान चला रही है। केंद्रीय जांच एजेंसी के सूत्रों के मुताबिक, पैसे के बदले फर्जी दस्तावेजों के जरिए पासपोर्ट बनाने का सिलसिला फैल रहा है। उस सूत्र के आधार पर सीबीआई जगह छापेमारी कर रही है।।इस बीच, सीबीआई की एक टीम ने हावड़ा के उलुबेरिया में भी छापेमारी की. वहां सीबीआई ने उलुबेरिया 1 ब्लॉक के महिशाली गांव से शेख शाहनूर नाम के शख्स के घर पर छापा मारा और उसे हिरासत में लिया गया है। @ रिपोर्ट अशोक झा

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