हम गोरखा लोगों की आकांक्षाओं के प्रति संवेदनशील, समाधान के करीब : पीएम मोदी
सिलीगुड़ी: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को
सिलीगुडी में कहा कि पश्चिम बंगाल के विकास के लिए केंद्र सरकार अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास कर रही है। उत्तर बंगाल और गोरखा की समस्या के समाधान करने की दिशा में समय आ गया है। पीएम नरेंद्र मोदी ने शनिवार को पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी में एक जनसभा को संबोधित करते हुए सत्तारूढ़ टीएमसी पर जोरदार हमला किया। उन्होंने संदेशखाली का जिक्र किया. पीएम मोदी ने कहा कि संदेशखाली में गरीब, दलित और आदिवासी बहनों के साथ टीएमसी के नेताओं ने क्या-क्या किया है, इसकी चर्चा आज पूरे देश में हो रही है।उन्होंने कहा कि महिलाओं पर अत्याचार और गरीब की कमाई को लूटना… यही टीएमसी के तोलाबाजों का काम रहा है। जम्मू कश्मीर से आर्टिकल 370 को हटाया गया है। ऐसे अनेक मुद्दे थे जिनके समाधान की किसी ने कल्पना भी नहीं की थी लेकिन मोदी ने ऐसे हर मुद्दे को हल किया है।
भारत के माननीय प्रधान मंत्री, श्री का गर्मजोशी से स्वागत करने के लिए दार्जिलिंग पहाड़ियों, तराई और डुआर्स के लोगों के साथ शामिल हुआ। आज दुनिया में भारत के सबसे सफल नेताओं में से एक के रूप में पहचाने जाने वाले पीएम मोदी जी का नेतृत्व हमारे देश की नियति को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।पीएम मोदी की सरकार ने विभिन्न बुनियादी ढांचा परियोजनाओं और पहलों के माध्यम से हमारे क्षेत्र के विकास को सुनिश्चित करने को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है। चाहे वह ग्रामीण सड़कों, राजमार्गों, एक्सप्रेसवे, रेलवे, हवाई अड्डों, भौतिक और डिजिटल कनेक्टिविटी में सुधार हो, सीमावर्ती क्षेत्रों तक दूरसंचार विकास हो, या स्वास्थ्य सेवाओं और चिकित्सा सुविधाओं का प्रावधान हो, पीएम मोदी जी ने हमारे क्षेत्र को सबसे आगे रखा है। दार्जिलिंग लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में 50,000 करोड़ रुपये का निवेश चल रहा है, जिसमें बागडोगरा हवाई अड्डे, सेवोके-रंगपो रेल लाइन, बालासोन-सेवके एलिवेटेड हाईवे, कलिम्पोंग को जोड़ने वाले NH717A और कनेक्टिविटी बढ़ाने और गुणवत्ता में सुधार लाने के उद्देश्य से कई अन्य महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे में महत्वपूर्ण निवेश शामिल हैं। इसके अलावा, हर घर जल योजना, अमृत 2.0, ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाओं का विकास, पीएमजीएसवाई, पीएमएवाई और चाय बागान और सिनकोना बागान श्रमिकों के लिए नए श्रम कोड लागू करने जैसी पहल, हमारे समावेशी विकास के लिए सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाती हैं। क्षेत्र और हमारे लोगों का कल्याण। पीएम मोदी जी ने इस बात पर प्रकाश डाला कि कैसे टीएमसी सरकार ने राज्य में आयुष्मान भारत और अन्य केंद्रीय कल्याणकारी योजनाओं को लागू न करके पश्चिम बंगाल के लोगों को वंचित रखा है, कैसे टीएमसी के तोला-बाज़ नेताओं ने लूट की है केंद्र से भेजा गया मनरेगा का पैसा, कैसे टीएमसी राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति बनाए रखने में पूरी तरह विफल रही। उन्होंने विशेष रूप से संदेसखाली की महिलाओं के साथ हुई भयावहता और बंगाल की महिलाओं के अपमान पर प्रकाश डाला। उन्होंने इस बात पर भी प्रकाश डाला कि कैसे टीएमसी और आई.एन.डी.आई.गठबंधन ने उत्तर बंगाल के लोगों के बीच विभाजन पैदा करने के लिए सक्रिय रूप से काम किया है।
गोरखा समुदाय की आकांक्षाओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, “हमने अनुच्छेद 370 को रद्द कर दिया है, हमने अयोध्या में राम मंदिर की स्थापना की है, हमने उन मुद्दों को हल किया है जिनके बारे में ज्यादातर लोग सोचते थे कि वे समाधान योग्य नहीं थे। हम गोरखा लोगों की आकांक्षाओं के प्रति संवेदनशील हैं। हम बहुत संवेदनशील हैं।” समाधान के करीब। दार्जिलिंग हिल्स, तराई, डुआर्स और उत्तरी बंगाल के लोगों की ओर से, मैं मोदी जी के प्रति हार्दिक आभार व्यक्त करता हूं और समृद्ध भारत प्राप्त करने के उनके संकल्प में उल्लिखित दृष्टिकोण को पूरा करने में हमारे अटूट समर्थन का आश्वासन देता हूं।
टीएमसी सरकार ने राज्य के लोगों को लूटा- पीएम मोदी
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि टीएमसी सरकार आपको कदम-कदम पर लूट रही है। हमने मनरेगा की मजदूरी का पैसा दिल्ली से भेजता है लेकिन यहां की टीएमसी सरकार ने अपने लोगों को फायदा पहुंचाने के लिए 25 लाख फर्जी जॉब कार्ड लोगों को बनाकर दे दिए। मोदी गरीब के घर के लिए पैसा भेजता है तो टीएमसी सरकार अपने लोगों को आपका पैसा दे देती है। टीएमसी को आपकी परेशानियों से कोई कष्ट नहीं होता। संदेशखाली में गरीब, दलित, आदिवासी बहनों के साथ टीएमसी के नेताओं ने क्या-क्या किया है, इसकी चर्चा आज पूरे देश में हो रही है। लोगों के उत्थान के लिए काम कर रहा हूं- पीएम मोदी: सिलीगुड़ी में सार्वजनिक रैली को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि मैं जिस तरह का जीवन जीकर यहां आया हूं मैंने देश की अनेकों माताओं को छोटी-छोटी सुविधाओं के लिए संघर्ष करते हुए देखा है इसलिए मैं शौचालय, नल से जल, मुफ्त बिजली कनेक्शन, बैंक का खाता, प्रेग्नेंसी के समय आर्थिक मदद, ऐसी हर बात पर जोर दे रहा हूं। लेकिन पहले विपक्ष ने आपकी नहीं सुनी और फिर टीएमसी ने भी आपको नजरअंदाज कर दिया। वे तो गरीबों की जमीन हड़पने में जुटे थे।आज यहां हजारों करोड़ रुपए की विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण हुआ है। ये विकसित बंगाल की तरफ एक और अहम कदम है। प्रधानमंत्री पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी में विकसित भारत विकसित पश्चिम बंगाल कार्यक्रम में 4500 करोड़ रुपये से अधिक की कई विकास परियोजनाओं का शुभारंभ करने के बाद सभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि आज यहां हजारों करोड़ की विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण हुआ है। ये विकसित बंगाल की तरफ एक और अहम कदम है। प्रधानमंत्री ने इन विकास कार्यों के लिए बंगाल और नॉर्थ बंगाल के लोगों को बधाई दी। यह क्षेत्र नॉर्थ-ईस्ट का गेटवे है। पूर्ववर्ती सरकारों पर विकास की उपेक्षा का आरोप लगाते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि आजादी के बाद लंबे समय तक पूर्वी भारत के विकास को, यहां के हितों को नजरअंदाज किया गया, जबकि हमारी सरकार पूर्वी भारत को देश के विकास का ग्रोथ इंजन मानकर चलती है। इसलिए इस क्षेत्र में कनेक्टिविटी पर अभूतपूर्व निवेश हो रहा है।।उन्होंने कहा कि एक समय था जब नॉर्थ-ईस्ट की तरफ बढ़ते ही ट्रेनों की रफ्तार धीमी हो जाती थी। लेकिन हमारी सरकार का प्रयास नॉर्थ बंगाल में भी ट्रेनों की रफ्तार वैसी ही बढ़ाने का है, जैसे पूरे देश में बढ़ाया जा रहा है। अब तो नॉर्थ बंगाल से बांग्लादेश के लिए भी रेल कनेक्टिविटी शुरू हो गई है। मोदी ने कहा कि अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत जिन 500 से अधिक स्टेशनों को आधुनिक बनाया जा रहा है, उनमें सिलीगुड़ी स्टेशन भी शामिल है। इन 10 वर्षों में हम बंगाल और पूर्वोत्तर के रेल विकास को पैसेंजर से एक्सप्रेस स्पीड तक ले आए हैं। हमारे तीसरे कार्यकाल में ये सुपरफास्ट स्पीड से आगे बढ़ेगा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा, आज यहां हजारों करोड़ रुपए की विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण हुआ है। ये विकसित बंगाल की तरफ एक और अहम कदम है। मैं इन विकास कार्यों के लिए बंगाल और नॉर्थ बंगाल के लोगों को बधाई देता हूं। यह क्षेत्र नॉर्थ-ईस्ट का गेटवे है. एक समय था जब नॉर्थ-ईस्ट की तरफ बढ़ते ही ट्रेनों की रफ्तार धीमी हो जाती थी। लेकिन हमारी सरकार का प्रयास नॉर्थ बंगाल में भी ट्रेनों की रफ्तार वैसी ही बढ़ाने का है, जैसे पूरे देश में बढ़ाया जा रहा है। अब तो नॉर्थ बंगाल से बांग्लादेश के लिए भी रेल कनेक्टिविटी शुरू हो गई है। रिपोर्ट अशोक झा