ग्राम पंचायत ने खर्च किए गए धन नहीं दिया बिल-बाउचर नोटिस जारी
ग्राम पंचायत ने खर्च किए गए धन नहीं दिया बिल-बाउचर नोटिस जारी
उप्र बस्ती जिले में विकास खंड बनकटी की ग्राम पंचायत खड़ौहा उर्फ छबिलहा में केंद्रीय व राज्य वित्त के धन का गलत तरीके निकालने का मामला सामने आया है। आडिट के दौरान ग्राम पंचायत ने खर्च किए गए धन का बिल-बाउचर उपलब्ध नहीं कराया। एमबी रजिस्टर व कार्यपूर्ति का विवरण नहीं दिया। इसके चलते आडिट इकाई ने 5.32 लाख रुपये के धन के निकालने को गलत माना है। आडिट रिपोर्ट के आधार पर डीएम अंद्रा वामसी ने ग्राम प्रधान और सचिव को नोटिस दिया है। नोटिस में कहा गया है कि एक पखवारे में संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर प्रधान से भू-राजस्व की तरह वसूली होगी तो ग्राम सचिव के वेतन से कटौती की जाएगी।
प्रधान मालती देवी व ग्राम सचिव सर्वेश यादव को भेजे नोटिस में डीएम अंद्रा वामसी ने कहा है कि जिला लेखा परीक्षा अधिकारी सहकारी समितियां एवं पंचायतों ने ग्राम पंचायत खड़ौहा उर्फ छबिलहा की आडिट किया। आडिट के दौरान वर्ष 2021-22 का परीक्षण किया। परीक्षण के दौरान पता चला कि राज्य वित्त से 11 बार में 225944 रुपये निकाले गए। इसका विवरण कैशबुक में दर्ज है। केंद्रीय वित्त से 11 बार में 306213 रुपये निकाले गए। आडिट इकाई ने कहा कि केंद्रीय व राज्य वित्त से कुल 22 बार में निकाले गए धन का ब्योरा मांगने के बाद भी ग्राम पंचायत ने नहीं दिया। इन कामों का प्रस्ताव, मस्टररोल, स्वीकृति, कार्यपूर्ति, एमबी रजिस्टर, स्टाक रजिस्टर व अन्य पत्रजात मांगने के बाद भी प्रस्तुत नहीं किया गया। इसलिए यह धनराशि गबन की श्रेणी में आती है। आडिट इकाई ने इसके लिए ग्राम प्रधान व सचिव को संयुक्त रूप से दोषी माना। आडिट इकाई ने इसकी रिपोर्ट डीएम को भेज दी। आडिट रिपोर्ट के आधार पर डीएम अंद्रा वामसी ने कुल 532157 रुपये के संबंध में ग्राम प्रधान मालती देवी और ग्राम सचिव सर्वेश यादव को नोटिस देते हुए स्पष्टीकरण मांगा है। स्पष्टीकरण में कहा गया है कि एक पखवारे में खर्च किए गए के संबंध में उठाए सवालों का जवाब दें। संतोषजनक जवाब नहीं देने पर ग्राम प्रधान से खर्च की गई धनराशि का आधा हिस्सा 266078 रुपया भू-राजस्व की तरह वसूला जाएगा। इतनी ही धनराशि ग्राम सचिव के वेतन खाते से कटौती की जाएगी।
प्रधान मालती देवी व ग्राम सचिव सर्वेश यादव को भेजे नोटिस में डीएम अंद्रा वामसी ने कहा है कि जिला लेखा परीक्षा अधिकारी सहकारी समितियां एवं पंचायतों ने ग्राम पंचायत खड़ौहा उर्फ छबिलहा की आडिट किया। आडिट के दौरान वर्ष 2021-22 का परीक्षण किया। परीक्षण के दौरान पता चला कि राज्य वित्त से 11 बार में 225944 रुपये निकाले गए। इसका विवरण कैशबुक में दर्ज है। केंद्रीय वित्त से 11 बार में 306213 रुपये निकाले गए। आडिट इकाई ने कहा कि केंद्रीय व राज्य वित्त से कुल 22 बार में निकाले गए धन का ब्योरा मांगने के बाद भी ग्राम पंचायत ने नहीं दिया। इन कामों का प्रस्ताव, मस्टररोल, स्वीकृति, कार्यपूर्ति, एमबी रजिस्टर, स्टाक रजिस्टर व अन्य पत्रजात मांगने के बाद भी प्रस्तुत नहीं किया गया। इसलिए यह धनराशि गबन की श्रेणी में आती है। आडिट इकाई ने इसके लिए ग्राम प्रधान व सचिव को संयुक्त रूप से दोषी माना। आडिट इकाई ने इसकी रिपोर्ट डीएम को भेज दी। आडिट रिपोर्ट के आधार पर डीएम अंद्रा वामसी ने कुल 532157 रुपये के संबंध में ग्राम प्रधान मालती देवी और ग्राम सचिव सर्वेश यादव को नोटिस देते हुए स्पष्टीकरण मांगा है। स्पष्टीकरण में कहा गया है कि एक पखवारे में खर्च किए गए के संबंध में उठाए सवालों का जवाब दें। संतोषजनक जवाब नहीं देने पर ग्राम प्रधान से खर्च की गई धनराशि का आधा हिस्सा 266078 रुपया भू-राजस्व की तरह वसूला जाएगा। इतनी ही धनराशि ग्राम सचिव के वेतन खाते से कटौती की जाएगी।