श्रीमद् भागवत कथा मे भक्तों ने सुना श्रीकृष्ण लीला और गोवर्धन पूजा प्रसंग

श्रीमद् भागवत कथा मे भक्तों ने सुना श्रीकृष्ण लीला और गोवर्धन पूजा प्रसंग

उप्र बस्ती शहर के मुरलीजोत मोहल्ले में चल रही श्रीमद् भागवत कथा के छठे दिन कथावाचक पार्थेश्वर प्रसाद दूबे महाराज ने भगवान श्रीकृष्ण की गोवर्धन पर्वत लीला का प्रसंग सुनाया। श्रद्धालु पर्वत का उंगली पर उठा लेने का वर्णन सुनकर मंत्रमुग्ध हो गए। शुकवार को कथा के छठे दिन कथावाचक पार्थेश्वर प्रसाद दूबे महाराज ने गोवर्धन लीला का प्रसंग सुनाया। कथावाचक ने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण ने अपनी लीलाओं से जहां कंस के भेजे विभिन्न राक्षसों का संहार किया, वहीं ब्रज के लोगों को आनंद प्रदान किया। प्रसंग में बताया कि इंद्र को अपनी सत्ता और शक्ति पर घमंड हो गया था। उसका गर्व दूर करने के लिए भगवान ने ब्रज मंडल में इंद्र की पूजा बंद कर गोवर्धन की पूजा शुरू करा दी। इससे गुस्साए इंद्र ने ब्रज मंडल पर भारी बरसात कराई। प्रलय से लोगों को बचाने के लिए भगवान ने कनिष्ठा उंगली पर गोवर्धन पर्वत को उठा लिया। सात दिनों के बाद इंद्र को अपनी भूल का एहसास हुआ। कथा के दौरान संगीतमय भजनों पर श्रद्धालु महिलाओं ने भावविभोर कर नृत्य भी किया। इस दौरान सभी भक्तों ने भागवत की आरती उतारी और छप्पन भोग का प्रसाद का वितरण किया गया। इस मौके पर यजमान केशव प्रसाद दूबे, चंद्रावती दूबे, मंजू मिश्रा, बागीश मिश्र,सुषमा तिवारी,अभिनेंद्र , अंशू दूबे ,अमित सहित तमाम लोग मौजूद रहे।

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