भाजपा को और 5 साल का दिया समय, गोरखालैंड पर समाधान नहीं तो समर्थन लेंगे वापस: विमल गुरुंग

अशोक झा: दार्जिलिंग में अलग राज्य की मांग पर 110 दिनों के बंद को सफल करने वाले गोरखालैंड जनमुक्ति मोर्चा के प्रमुख बिमल गुरुंग ने ऐलान किया है कि लोकसभा चुनाव 2024 को वे पीएम मोदी का समर्थन करेंगे। बिमल गुरुंग पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग में लंबे वक्त से गोरखालैंड की मांग कर रहे हैं। गुरंग ने गोरखालैंड की मांग को लेकर उम्मीद जताई है कि अगले 5 साल में उनकी मांग मोदी सरकार द्वारा मान ली जाएगी, वरना वे अपना समर्थन वापस ले लेंगे। दार्जिलिंग सीट को लेकर गुरुंग ने कहा है कि यह सीट बीजेपी ही जीतेगी। उन्होंने कहा कि हालांकि 2019 के मुकाबले जीत का अंतर भी कम नहीं होगा। इंडिया ब्लॉक का समर्थन करने वाली पार्टियों और उनके वोट बंटने की संभावनाओं को लेकर उन्होंने कहा कि यह कहना गलत होगा कि वोट बंट जाएंगे। इस दौरान उन्होंने BGPM और HAMRO जैसे राजनीतिक दलों पर गंभीर आरोप लगाया और कहा कि गोरखालेंड टेरिटोरियल एडमिनिस्ट्रेशन और दार्जिलिंग नगर पालिका में भ्रष्टाचार किया गया है। उनके नेताओं ने राज्य और केंद्र सरकार से आया पैसा लिया अब जनता उन्हें जवाब देगी। 15 साल से इंतजार कर रहे हैं गुरुंग: बीजेपी ने इस बार अपने मेनिफेस्टो में गोरखालैंड को लेकर कोई ऐलान नहीं किया है। इसको लेकर गुरुंग ने कहा कि बीजेपी के पुराने मेनिफेस्टो में यह रहा है। यह मांग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के पास रख दी गई है। इसलिए हर चुनावी घोषणा पत्र में मांग रखना जरूरी नहीं है। 15 साल से गुरुंग बीजेपी का समर्थन कर रहे हैं, इसको लेकर उनसे सवाल पूछा गया तो उनका कहना था कि पन्द्रह साल कुछ नहीं हैं। हम 20 साल तक इंतजार करने को तैयार हैं। यदि सरकार इस मुद्दे के समाधान के प्रति गंभीर है तो हम इंतजार करने को तैयार हैं। इस संबंध में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी आगे आए हैं। हमें लगता है कि उन्हें हमारा समर्थन देना चाहिए।मोदी सरकार को 5 साल को और वक्त: गुरुंग ने कहा कि अगर अगले पांच साल में हमारी मांग पूरी नहीं हुई तो हम अपना समर्थन वापस ले लेंगे, लेकिन हमें उनका समर्थन करना होगा जो हमारी मांग पूरी करने का वादा कर रहे हैं। हम उन लोगों का समर्थन नहीं करेंगे जो हमारी मांग के खिलाफ हैं। मैंने जीवन भर गोरखा समुदाय के लिए काम किया है और मैं उनके लिए काम करना जारी रखूंगा। गुरुंग की पार्टी GJM ने पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान टीएमसी का समर्थन किया था लेकिन फिर पार्टी ने बीजेपी को समर्थन करने का ऐलान किया। टीएमसी से खटास होने को लेकर उन्होंने कहा कि दार्जिलिंग पहाड़ियों के लिए स्थायी राजनीतिक समाधान हासिल करने पर सहमति के बाद हमने टीएमसी का समर्थन किया। हालाँकि, सत्ता में आने के बाद तीसरे कार्यकाल में अभी तक ममता सरकार ने इस मुद्दे पर कोई बैठक नहीं की है। ममता बनर्जी ने नहीं दी तवज्जो: विधानसभा चुनाव से पहले टीएमसी ने हमें स्थायी राजनीतिक समाधान तक पहुंचने का आश्वासन दिया था। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी 2021 के बाद कई बार दार्जिलिंग आईं, लेकिन वह हमसे एक बार भी नहीं मिलीं। लोकसभा चुनाव से पहले मैंने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, टीएमसी सांसद अभिषेक बनर्जी को पत्र लिखकर कहा था कि मैं उनसे मिलना चाहता हूं, लेकिन उनकी तरफ से कोई जवाब नहीं आया।गुरुंग ने कहा कि उन्होंने राज्य के कानून मंत्री मलय घटक को भी पत्र लिखा लेकिन उन्होंने कभी हमारे पत्र का जवाब नहीं दिया। जब हमें ममता बनर्जी से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली तो हम आगे बढ़ गए।मांग पर नहीं होगा कोई समझौता: ममता सरकार और मोदी सरकार के बीच टकराव के चलते दब रही गोरखालैंड की मांग को लेकर उन्होंने कहा कि हमने अपनी मांग को लेकर केंद्र सरकार को सब कुछ सौंप दिया है। राज्य सरकार से बात करने का कोई सवाल ही नहीं है क्योंकि वह हमारी मांगें नहीं सुनेगी, लेकिन हम अपनी राजनीतिक मांग पर अड़े रहेंगे। इससे समझौता नहीं किया जाएगा। रिपोर्ट अशोक झा

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