असदुद्दीन ओवैसी के अधिवक्ता ने हाजिर होकर समय मांगा, पल्लवी पटेल की ओर से प्रतिनिधि 11:30 तक हाजिर नहीं

वाराणसी। असदुद्दीन ओवैसी द्वारा वाराणसी में आयोजित जनसभा में प्रधानमंत्री जी के खिलाफ भड़काऊ भाषण दिया था और मुस्लिम संप्रदाय के लोगों को गलत व फर्जी बयान देकर भड़काने का प्रयास किया था उसके संदर्भ में अधिवक्ता शशांक शेखर त्रिपाठी संयोजक भारतीय जनता पार्टी विधि प्रकोष्ठ काशी क्षेत्र की ओर से एक प्रार्थना प्रार्थना पत्र दिया गया था जिस पर असदुद्दीन ओवैसी वह अपना दल (कमेराबादी )पार्टी के नेता श्री दिलीप कुमार सिंह व श्रीमती डॉक्टर पल्लवी पटेल को नोटिस जारी करके जवाब मांगा गया था कि क्यों ना उनके खिलाफ आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन पर पीपल्स रिप्रेजेंटेशन एक्ट 1951 व भारतीय दंड विधान की विभिन्न धाराओं के तहत अपराध पंजीकृत किया जाए, जिस पर ए आई एम आई एम के राष्ट्रीय अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी की ओर से उनके अधिवक्ता
श्रीमान सहायक रिटर्निग अधिकारी 388 वाराणसी उत्तरी 77 वाराणसी लोकसभा उत्तर प्रदेश के समक्ष उपस्थित आए और जांच की हुई सीडी तथा आरोप पत्र की मांग की जिस पर श्रीमान सहायक रिटर्निग अधिकारी द्वारा उनको 13 मई तक का समय दिया गया, और कहा गया कि इसके बाद कोई समय नहीं दिया जाएगा जिस पर शिकायत कर्ता शशांक शेखर त्रिपाठी अधिवक्ता द्वारा आपत्ति दर्ज कराई गई और अपनी तरफ से लिखित बयान यह दाखिल किया गया कि आपत्तिकर्ता को निर्वाचन व्यवस्था में लगे कर्मचारियों व निर्वाचन अधिकारी पर पूर्ण विश्वास है जो भी साक्ष्य निर्वाचन कार्य में लगे अधिकारियों कर्मचारियों द्वारा एकत्रित किए गए हैं उनसे शिकायतकर्ता द्वारा लगाए गए आरोपों की पुष्टि होती है और शशांक शेखर त्रिपाठी अधिवक्ता द्वारा असदुद्दीन ओवैसी समेत सभी संबद्ध लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग की गई।
परंतु सहायक रिटर्निग अधिकारी द्वारा असदुद्दीन ओवैसी के अधिवक्ता के निवेदन पर एक सप्ताह का समय प्रदान किया गया।
सबसे महत्वपूर्ण बात यह रही कि अपना दल कमेरावादी की तरफ से पक्ष रखने के लिए असदुद्दीन ओवैसी के प्रतिनिधि के साथ कोई भी उपस्थित नहीं था, सहायक रिटर्निग अधिकारी द्वारा इंतजार करने के बाद 11:30 मिनट पर अगली कार्रवाई के लिए 13 में 2024 की तिथि मुकर्रर की, अपना दल कमेरावादी के नेताओं व असदुद्दीन ओवैसी के प्रतिनिधियों द्वारा एक साथ ना आकर अलग-अलग आने पर विभिन्न प्रकार की चर्चाएं होती रही। भारतीय जनता पार्टी विधि प्रकोष्ठ काशी क्षेत्र के संयोजक वह इस घटना के शिकायतकर्ता शशांक शेखर त्रिपाठी द्वारा एक ही प्रकरण में गठबंधन के लोगों द्वारा एक साथ जवाब ना दाखिल करने पर ऐसी आशंका जताई गई की चुनावी जनसभा में असदुद्दीन ओवैसी के भड़काऊ भाषण देने से राजनीतिक गठबंधन पर कोई असर तो नहीं पड़ रहा है.

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