आरजीकर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में ट्रेनी महिला डॉक्टर के साथ हुए क्रूर बलात्कार और हत्या के विरोध में 24 घंटे का बंद शुरू

अशोक झा, कोलकाता: इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में ट्रेनी महिला डॉक्टर के साथ हुए क्रूर बलात्कार और हत्या के विरोध में शनिवार 17 अगस्त को सुबह 6 बजे से 24 घंटे के लिए गैर-आपातकालीन सेवाओं को बंद रखने की घोषणा की है।इसमें इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने केंद्रीय कानून बनाने और अस्पतालों को अनिवार्य सुरक्षा अधिकारों के साथ सुरक्षित क्षेत्र घोषित करने की मांग की है। वहीं एक दिवसीय सेवाएं बंद की भी घोषणा की है।
IMA ने देश के सभी आधुनिक चिकित्सा डॉक्टरों द्वारा 24 घंटे के लिए सेवाएं बंद करने की घोषणा की है, चाहे वे किसी भी क्षेत्र और कार्यस्थल पर काम करते हों। कहा गया कि आपातकालीन और दुर्घटना संबंधी सेवाएं जारी रहेंगी। कोई ओपीडी नहीं होगी। कोई वैकल्पिक सर्जरी नहीं होगी। यह शनिवार 17 अगस्त 2024 को सुबह 6 बजे शुरू होगी और रविवार 18 अगस्त 2024 को सुबह 6 बजे समाप्त होगी। आईएमए की ओर से जारी इस पत्र में बिंदुवार तरीके से मांग की गई है। इस प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार आईएमए की ओर से कहा गया कि आरजी कार की घटना ने अस्पताल में हिंसा के दो आयामों को सामने ला दिया है।महिलाओं के लिए सुरक्षित स्थानों की कमी के कारण होने वाला बर्बर पैमाने का अपराध और एक संगठित सुरक्षा प्रोटोकॉल की कमी के कारण होने वाली गुंडागर्दी। इस अपराध और बर्बरता ने देश की अंतरात्मा को झकझोर दिया है। आज चिकित्सा जगत और राष्ट्र दोनों पीड़ित हैं। ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि घटना से जुड़ी बड़ी जानकारी सामने आ सकती है। साथ ही इस बात का भी खुलासा हो सकता है कि आखिर इस घटना में कितने लोग शामिल हैं। सीसीटीवी फुटेज में मुख्य आरोपी संजय रॉय को घटना वाली रात 11 बजे अस्पताल में पहली बार देखा गया। इसके महज 30 मिनट के भीतर ही संजय रॉय अस्पताल से बाहर चला गया। जांच में सामने आया संजय रॉय एक मरीज से मिलने आया था, जिसको मामले के मुख्य आरोपी ने ही अस्पताल में एडमिट करवाया था। सेमिनार हॉल में सुबह करीब 3.50 बजे देखा गया आरोपी! आरोपी संजय रॉय एक बार फिर से 3:45-3:50 बजे वापस आया और कथित तौर पर सेमिनार रूम में गया। 04.35 पर संजय रॉय सेमिनार हाल से वापस आया और 04:37 पर वह अस्पताल परिसर से बाहर निकल गया। सूत्रों के मुताबिक पीड़िता और उसके दोस्तों ने खाना रात में आर्डर किया था। यह खाना एक ऑनलाइन ऐप के जरिए मंगवाया गया था।आरोपी की लोकेशन खंगाल रही CBI:
जानकारी के अनुसार कोलकाता पुलिस ने इस डिलीवरी बॉय के बयान भी दर्ज किए थे। सीबीआई संजय राय के मोबाइल फोन की डिटेल्स को भी खंगाल रही है। साथ ही उसकी मोबाइल लोकेशन ट्रेस करके उस रात उसकी मूवमेंट को एनालाइज कर रही है। देशभर में 24 घंटे के लिए डॉक्टरों का हड़ताल: महिला डॉक्टर संग रेप के बाद हत्या के विरोध में आज आईएमए ने देशव्यापी हड़ताल का ऐलान किया है। देशभर के सभी सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों में 24 घंटे यानी कि शनिवार (17 अगस्त) की सुबह 6 बजे से रविवार (18 अगस्त) की सुबह तक सभी (गैर आपात) सेवाएं बंद रहेंगी। लेडी डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या के अलावा अस्पताल परिसर में भीड़ द्वारा की गई तोड़फोड़ के विरोध में भी इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) प्रदर्शन करेगा। IMA के अनुसार, जरूरी सेवाएं समेत आपातकालीन वार्ड में कामकाज जारी रहेगा। जबकि ओपीडी में सेवाएं बंद रहेंगी और चुनिंदा सर्जरी नहीं की जाएगी।
एनसीडब्ल्यू ने एक बयान में कहा कि जिस जगह पर मृतक का कथित तौर पर बलात्कार और हत्या की गई थी उस जगह पर सबूतों के साथ छेड़छाड़ होने की संभावना है।
महिला आयोग ने अस्पताल पर उठाये कई सवाल : राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) ने कोलकाता के एक सरकारी अस्पताल में 31 वर्षीय प्रशिक्षु डॉक्टर के कथित बलात्कार और हत्या से जुड़ी मीडिया द्वारा रिपोर्ट की गई एक परेशान करने वाली घटना का स्वतः संज्ञान लिया है। स्थिति की गंभीरता से बेहद चिंतित आयोग ने तुरंत मामले की जांच शुरू कर दी है। 10 अगस्त 2024 को, एनसीडब्ल्यू ने कोलकाता के पुलिस आयुक्त को एक पत्र लिखा था जिसमें तत्काल कार्रवाई और घटना की गहन जांच की मांग की थी। आयोग की भागीदारी एक मीडिया रिपोर्ट से शुरू हुई जिसका ‘शीर्षक था कोलकाता बलात्कार – हत्या: अस्पताल के अधिकारी ने डॉक्टर के परिवार को बताया कि वह आत्महत्या कर रही थी, सूत्रों का कहना है कि प्रशिक्षु डॉक्टर की मौत के बारे में चौंकाने वाले विवरण सामने आए है। एनसीडब्ल्यू द्वारा गठित दो सदस्यीय जांच समिति में एनसीडब्ल्यू सदस्य डेलिना खोंडगुप और पश्चिम बंगाल राज्य कानूनी सेवा प्राधिकरण द्वारा नियुक्त वकील सोमा चौधरी शामिल थे। समिति 12 अगस्त 2024 को कोलकाता पहुंची और घटना के आसपास की परिस्थितियों की गहन जांच कर रही है। एनसीडब्ल्यू की जांच समिति ने पाया कि घटना के दौरान कोई सुरक्षा गार्ड मौजूद नहीं था और रात की शिफ्ट के दौरान ऑन-कॉल ड्यूटी इंटर्न, डॉक्टर और नर्सों के लिए पर्याप्त सुरक्षा कवरेज नहीं थी।।राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) के विश्लेषणात्मक आंकड़ों से पता चलता है कि जिस तरह 2010 से 2020 के दशक में आकाशीय बिजली गिरने के कारण मौत की घटनाओं में ‘चिंताजनक’ वृद्धि हुई है उस लिहाज से यह दशक ‘सबसे घातक’ रहा है। अध्ययन में कहा गया कि आकाशीय बिजली गिरने के कारण हुई मौत की दर 1986 में 28 की तुलना में 2016 में 81 हो गई।
अबतक कितने लोगों की हुई मौत?ओडिशा के फकीर मोहन विश्वविद्यालय सहित अध्ययनकर्ताओं की एक टीम ने पाया कि 1967 और 2020 के बीच आकाशीय बिजली गिरने से 1,01,309 मौतें हुईं, लेकिन 2010-2010 के दौरान इसमें ‘चिंताजनक’ वृद्धि देखी गई।हरियाणा में 2019 में विधानसभा चुनाव कराए गए थे। गौर हो कि हरियाणा में 2019 में विधानसभा चुनाव कराए गए थे और बीजेपी ने सरकार बनाई थी हरियाणा में मतदाताओं की संख्या में भी वृद्धि हुई है, वहीं पहली बार वोट डालने वालों की तादाद भी बढ़ी है।बीजेपी ने जेजेपी के साथ मिलकर सरकार बनाई थी। बीजेपी ने जेजेपी के साथ मिलकर सरकार बनाई थी, जिसकी चुनाव में 10 सीटें आई थीं बीजेपी ने पिछला दो विधानसभा चुनाव जीता है हालांकि, लोकसभा चुनाव में उसे झटका लगा, जब कांग्रेस ने पांच सीटें जीत लीं।

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