निजी अस्पताल ने ऑपरेशन से प्रसव कराकर वसूल लिए एक लाख रुपये जांच के आदेश
सांऊघाट के जमोहरा निवासी राजेश कुमार की पत्नी शशिकला को प्रसव पीड़ा होने पर पहले महिला अस्पताल लेकर गए। यहां चिकित्सक ने बीपी अधिक होने के कारण एडमिट नहीं किया। उसके बाद परिजन गर्भवती को लेकर मेडिकल कॉलेज कैली ले गए। यहां चिकित्सक ने भर्ती कर लिया। पौना घंटा बाद गर्भवती को गोरखपुर मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया। पीड़ित राजेश ने बताया कि इसी बीच वहीं पर राजेश नामक व्यक्त मिला। उसने 40 हजार रुपये में मालवीय रोड स्थित अस्पताल में ऑपरेशन समेत अन्य खर्चा बताया। उसके कहने पर वहां चले गए। यहां चिकित्सक ने गंभीर हालत बता कर मरीज को आईसीयू में भर्ती किए। दो सितंबर को ऑपरेशन से प्रसव कराया गया। छह सितंबर तक नवजात को एनआईसीयू में डॉक्टर ने रखा, जबकि बच्चा स्वस्थ था। छह सितंबर को सुबह डिस्चार्ज कर दिया गया और इलाज के नाम पर एक लाख रुपये वसूल लिए। सुबह साढ़े नौ बजे से शाम 6.45 बजे तक जानबूझ कर रोके रखा गया। बताया कि 74 हजार रुपये बेड और फीस चार्ज, जबकि 25 हजार रुपये दवा और जांच के नाम पर लिए गए। जब पूरा पैसा ले लिए तो जच्चा-बच्चा को जाने दिया गया। 40 हजार रुपये उधार पैसा लेकर दिया गया। कहा कि ऐसे अस्पताल डराने और धमकाने के लिए खोले गए हैं, ऐसे अस्पतालों पर कार्रवाई हो, ताकि न्याय मिले।
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डीएम और सीएमओ को प्रार्थना पत्र देकर जांच कर कार्रवाई की मांग की है। बताया कि शिकायती पत्र में अस्पताल की ओर से दिए गए बिल संलग्न कर दिया गया है।