पॉक्सो के तहत केस दर्ज कर तीन महीने में दिलवाएं मौत की सजा : ममता बनर्जी
अशोक झा, कोलकाता : बंगाल के दक्षिण 24 परगना में नाबालिग के साथ हुए दुष्कर्म और हत्या मामले में सीएम ममता बनर्जी ने पुलिस को निर्देश दिया है कि वह पॉक्सो के तहत केस दर्ज करे। सीएम ने पुलिस से कहा है कि सुनिश्चित किया जाए कि दोषियों को तीन महीने के अंदर मौत की सजा दी जाए।हालांकि, इस केस को लेकर ममता का अलग रुख देखने को मिल रहा है।पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने रविवार को पुलिस को निर्देश दिया कि इस मामले में पॉक्सो के तहत प्राथमिकी (एफआईआर) दर्ज की जाए और दोषियों को 3 महीने के भीतर मृत्युदंड की सजा मिले।
अपराध का कोई रंग, जाति या धर्म नहीं: ममता
ममता बनर्जी ऑनलाइन माध्यम से कई दुर्गा पूजा पंडालों का उद्घाटन करने के बाद कोलकाता पुलिस बॉडीगार्ड लाइन्स में लोगों को संबोधित कर रही थीं. यहां उन्होंने कहा, कि अपराध का कोई रंग, जाति या धर्म नहीं होता. अपराध कोई भी हो दोषियों को सजा जरूर मिलेगी।
3 महीने के अंदर हो दोषियों को सजा: मुख्यमंत्री ने कहा, मैं चाहती हूं कि पुलिस कुलतली मामले में पॉक्सो अधिनियम के तहत FIR दर्ज करे, और दोषियों को तीन महीने के अंदर मृत्युदंड की सजा मिले. उन्होंने कहा- अपराध अपराध होता है; इसका कोई धर्म या जाति नहीं होती. अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।ममता ने बलात्कार के मामलों में ‘मीडिया ट्रायल’ पर आपत्ति जताते हुए कहा, कि इसे रोका जाना चाहिए क्योंकि इससे जांच में बाधा उत्पन्न हो सकती है।
खून से लथपथ मिली थी बच्ची: बता दें कि एक दिन पहले शनिवार को दक्षिण 24 परगना के कुलतली में एक 10 वर्षीय बच्ची का शव मिला. बच्ची के एक रिश्तेदार ने बताया, शुक्रवार शाम को बच्ची ट्यूशन से वापस आते समय लापता हो गई थी. शनिवार सुबह तक जब वह नहीं मिली, तो पुलिस ने जांच शुरू की. जयनगर इलाके में दलदली जमीन से लड़की का शव बरामद किया, और उसके पूरे शरीर पर खून के धब्बे मिले।
पीड़िता के परिवार का कोर्ट में जाने का फैसला। बच्ची के परिवार ने इस मामले को लेकर पश्चिम बंगाल सरकार से न्याय की मांग की है। सरकार ने इस मामले को लेकर कलकत्ता हाईकोर्ट का रुख किया है। इस बीच, लोगों में इस घटना को लेकर गुस्सा भी है, जिससे राजनीतिक माहौल गरमाया हुआ है। आज बीजेपी कार्यकर्ताओं ने कुल्तुली पुलिस थाने के बाहर प्रदर्शन किया। इस दौरान पुलिस और कार्यकर्ताओं के बीच झड़प भी हुई।बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष का आरोप: बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार बोले “क्या हम 9 साल की बच्ची को नहीं बचा सके? बच्ची को बचाने के लिए दो नागरिक स्वयंसेवकों को तैनात नहीं किया गया!” उन्होंने बताया कि बच्ची का शव शनिवार को कुल्तुली के एक नहर में मिला।
रिश्तेदार ने साझा की जानकारी: बच्ची के एक रिश्तेदार ने बताया कि बच्ची के शरीर पर खून के धब्बे थे। उन्होंने कहा कि बच्ची शुक्रवार शाम को ट्यूशन से लौटते समय लापता हो गई थी। रिश्तेदार ने कहा, “लड़की के शरीर पर कई चोटें थीं और हाथ टूटे हुए थे। उसे दलदली जमीन में पाया गया।”पुलिस पर लापरवाही का आरोप: रिश्तेदार ने यह भी आरोप लगाया कि जब बच्ची के पिता पुलिस स्टेशन गए थे, तो पुलिस ने उनकी बात को नजरअंदाज कर दिया। उन्होंने कहा, “पिता ने हर जगह उसे खोजने की कोशिश की, लेकिन जब वह नहीं मिली तो वह पुलिस स्टेशन गए। वहां पुलिस ने उनकी बात सुनने से मना कर दिया और उन्हें जयनगर पुलिस स्टेशन जाने को कहा। पुलिस ने इस मामले की अनदेखी की।”