बंगाल के अलीपुरद्वार में जंगली हाथी ने कई महिलाओं को कुचला, तीन की मौत

बंगाल में हाथियों की बढ़ती संख्या से परेशान है सरकार, जता चुकी है चिंता

अशोक झा, सिलीगुड़ी:
उत्तर बंगाल के अलीपुरद्वार में हाथियों के झुंड ने कई महिलाओं को कुचल दिया जिसमें तीन की दर्दनाक मौत हो गई। घटना जिले के कालचीनी ब्लॉक के दक्षिण मेंडाबाड़ी गांव में हुई। यह घटना गुरुवार दोपहर उस समय हुई, जब ये महिलाएं लकड़ी इकट्ठा करने के लिए चिलापाटा जंगल गई थीं। इस घटना की जानकारी मिलने पर सांसद मनोज तिग्गा ने शोक व्यक्त किया है।
हाथी ने तीन महिलाओं को कुचला: गांव की 10 महिलाएं जंगल में लकड़ी लेने गई थीं. इस दौरान उनका सामना जंगली हाथियों के झुंड से हो गया. हाथियों को देखकर समूह की छह महिलाएं किसी तरह भागकर अपने गांव लौटने में सफल रहीं, लेकिन चार महिलाएं फंस गईं।गांव लौटने के बाद, ग्रामीण और वन विभाग के कर्मचारी फंसी महिलाओं को निकालने के लिए जंगल पहुंचे। वहां उन्होंने तीन महिलाओं – चंदामणि ओराओ, सुकरमणि लोहार और रेखा बर्मन के विकृत शव बरामद किए।घटना के दौरान घायल हुई एक महिला, नीमा चारवार, को ग्रामीणों ने जंगल से बचाया और तुरंत अलीपुरद्वार सदर अस्पताल में भर्ती कराया जहां उनकी स्थिति स्थिर बताई जा रही है।वन विभाग ने एक महिला की बचाई जान: मृत महिलाओं के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है. वन विभाग ने घटना पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए स्थानीय लोगों से जंगल में जाने से पहले सतर्क रहने की अपील की है।इस घटना के बाद, दक्षिण मेंडाबाड़ी गांव और आसपास के क्षेत्रों में भय और दुख का माहौल है।बता दें कि पश्चिम बंगाल के जंगलों और ग्रामीण क्षेत्रों में हाथियों द्वारा इंसानों पर हमला करना कोई नई बात नहीं है।वन्यजीव विशेषज्ञों का मानना है कि यह समस्या जंगलों में भोजन और पानी की कमी के कारण बढ़ रही है।
हाथी की बढ़ती जनसंख्या से सरकार परेशान : बंगाल में हाथियों की बढ़ती संख्या से राज्य सरकार की चिंता बढ़ गयी है. भोजन की तलाश में जनबहुल क्षेत्रों में आकर ये हाथी काफी उत्पात मचा रहे हैं. केंद्रीय वन मंत्रालय के आंकड़े के मुताबिक, फिलहाल बंगाल में हाथियों की संख्या लगभग 800 है।वर्ष 2023 में हाथियों की संख्या 650 थी. हाथियों की बढ़ती संख्या से प्रशासन को कई समस्याओं से गुजरना पड़ रहा है। 2023 में हाथियों के हमले में राज्य में 28 लोगों की मौत हुई थी। 2024 में यह संख्या घट कर 13 पर पहुंच गयी। लोगों को जागरूक करने के कारण ही मौत की संख्या में गिरावट आयी है।वन मंत्री वीरबाहा हांसदा ने कहा कि राज्य में हाथियों की संख्या 250 होनी चाहिए थी। लेकिन इस समय राज्य में लगभग 800 हाथी मौजूद हैं. हाथियों से बचाव के लिए लोगों को और सतर्क होना होगा। जंगलों का दायरा भी बढ़ाने पर जोर दिया जा रहा है। पेड़ों की अवैध कटाई रोकने के लिए भी वन विभाग लगातार काम कर रहा है।

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