बंगाल में महिलाओं की सुरक्षा संग बांग्लादेश में अल्पसंख्यक महिलाओं पर हो रहे अत्याचार हो बंद : दुर्गा वाहिनी

हम अगर ममता की खान है तो समय पर मां दुर्गा और काली बनना भी आता है

अशोक झा, सिलीगुड़ी: विश्व हिन्दू परिषद की मातृ संगठन दुर्गा वाहिनी की सैकड़ों स्वयसेविकाओं ने पूर्ण गणवेश में आज रैली निकाल बंगाल सरकार से महिलाओं की सुरक्षा की मांग की। इतना ही नहीं सिलीगुड़ी एसडीओ के माध्यम से पड़ोसी राष्ट्र बांग्लादेश में हो रहे अल्पसंख्यक महिलाओं और युवतियों के साथ लगातार हो रहे अत्याचार को बंद कराया जाय। दुर्गा वाहिनी की उत्तर बंग प्रांत संयोजिका पूजा चौधरी, जिला संयोजिका अनिता महतो, विभाग संयोजिका मापी दास ने कहा कि बांग्लादेश हो या बंगाल आज महिलाओं के लिए सुरक्षा बढ़ा चिंता का विषय है। मुस्लिम तुष्टिकरण के कारण बंगाल में आए दिन दुराचार और छेड़छाड़ की घटना में तेजी आई है। पुलिस और सरकार की चुप्पी के कारण इसे लोगों के हौसला बुलंद है। यही कारण है कि अपनी सुरक्षा के लिए महिलाओं को प्रशिक्षित किया जा रहा है। एक सप्ताह के लिए उत्तर बंगाल प्रांत का दुर्गा वाहिनी स्वयंसेविकाओं को प्रशिक्षित किया जा रहा है। इसमें 76 स्वयंसेविकाएं भाग ले रही है। बताया की मां दुर्गा को प्रेरणास्रोत मानकर दुर्गा वाहिनी की स्थापना 1991 में दुर्गा अष्टमी के दिन हुई थी और प्रथम संयोजिका दीदी साध्वी ऋतंभरा एवं सह संयोजिका डॉ निर्मला पुरोहित को बनाया गया था। इनके नेतृत्व में ही सेवा, सुरक्षा और संस्कार को ध्येय वाक्य मानकर महिलाओं को जागरूक करने का कार्य शुरू किया जा रहा है। बताया की वर्तमान केंद्र सरकार ने महिला सुरक्षा के लिए निर्भया कोष जैसी पहल के माध्यम से राज्यों को लगातार समर्थन दिया है, लेकिन राज्य स्तर पर कार्यान्वयन में देरी देखना निराशाजनक है। उन्होंने यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण अधिनियम (पॉक्सो) के तहत मामलों में तेजी लाने के लिए त्वरित अदालतों का संचालन नहीं करने के लिए पश्चिम बंगाल सरकार की भी आलोचना की। महिला सुरक्षा के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि देशभर में 802 ओएससी का सफलतापूर्वक संचालन हो रहा है, जिनके माध्यम से 10 लाख से अधिक महिलाओं को सहायता प्रदान की गई है लेकिन बंगाल सबसे ज्यादा पीछे है। कहा कि हम महिलाओं को सबला समझा जाता है। लेकिन हम दुर्गा वाहिनी की स्वयंसेविका यह बताना चाहते है कि महिलाएं ममता की खान होती है लेकिन जरूरत पड़ने से मां दुर्गा और काली का भी रूप धारणकर दुष्टों का संहार करते है। आज की रैली में दुर्गा वाहिनी के सफल प्रदर्शन को समर्थन देने के लिए विहिप के प्रवक्ता सुशील रामपुरिया, प्रांत संगठन प्रमुख अनूप मंडल, प्रदेश मंत्री, विभाग प्रमुख राकेश अग्रवाल जिला विभाग प्रमुख किशन अग्रवाल आदि मौजूद थे।

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