बस्ती जिले में फर्जी पैरामेडिकल इंस्टीट्यूट का भंडाफोड़ संचालक, प्रिंसिपल पर मुकदमा दर्ज लगेगा गैंगस्टर
बस्ती जिले में फर्जी पैरामेडिकल इंस्टीट्यूट का भंडाफोड़ संचालक, प्रिंसिपल पर मुकदमा दर्ज लगेगा गैंगस्टर
उप्र बस्ती जिले में कोतवाली थाना क्षेत्र के हर्दिया में संचालित पैरामेडिकल इंस्टीट्यूट का भंडाफोड़ किया प्रशासन, पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की दस्तावेजो के जांच में पाया है। । रिपोर्ट दर्ज करने के साथ ही पुलिस ने इंस्टीट्यूट को सील कर दिया है।फर्जी पैरामेडिकल कॉलेज के संचालन की जानकारी होने पर डीएम प्रियंका निरंजन ने गुरुवार को एडीएम कमलेश बाजपेयी, एएसपी दीपेन्द्र नाथ चौधरी, सीएमओ डॉ. आरपी मिश्र व महर्षि वशिष्ठ मेडिकल कालेज के प्रिंसपल डॉ. मनोज कुमार की संयुक्त जांच टीम गठित कर दी थी। संयुक्त टीम ने एडीएम कमलेश बाजपेयी के नेतृत्व में गुरुवार को ही मौके पर पहुंच कर सभी पीड़ित छात्रों से बयान लिया। टीम ने पैरामेडिकल कालेज को सील कर दिया। प्रशासन, पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की टीम ने हर्दिया स्थित सरदार पटेल पैरामेडिकल इंस्टीट्यूट पर छापा मारा। पुलिस ने मौके से फर्जी संबद्धता प्रमाणपत्र, एडमिट कार्ड समेत कई अन्य डाक्यूमेंट को कब्जे में ले लिया है। प्रबंधक सत्यप्रकाश पटेल, प्रिंसपल वसीम खां व अन्य के खिलाफ कोतवाली पुलिस ने छात्रों की ओर से दी तहरीर के आधार जालसाजी करने का एफआईआर दर्ज कर लिया। पुलिस के मुताबिक पैरामेडिकल फैकल्टी का गोलोवल युनिवर्सिटी इटानगर, आन्ध्र प्रदेश के नाम पर फर्जी संबद्धता प्रमाणपत्र तैयार कर इंस्टीटयूट खोला था।
इन कोर्सों का संचालन
डीएमएलटी, बी. फार्मा, डी. फार्मा, एएनएम, जीएनएम, ओटी, डीपीटी, एक्स-रे, सीएमएस, बीएससी नर्सिंग समेत अन्य कोर्स संचालन का विज्ञापन, बैनर, पोस्टर, होर्डिंग्स, वेबसाइट, सोशल मीडिया आदि के जरिये दिया गया। प्रचार-प्रसार देखकर विद्यार्थियों ने प्रवेश लिया। इसमें दलालों का भी सहारा लिया गया। एडमिट कार्ड जारी किए। करीब सौ विद्यार्थियों के प्रवेश का अनुमान है।
जिले में केवल छह पैरामेडिकल कालेज की मान्यता प्राप्त हैं। इसके अलावा जो भी इस तरह के पैरामेडिकल कालेज के नाम संस्था संचालित किए जा रहें हैं वह फर्जी हैं। फर्जी विज्ञापन व बड़े-बड़े होर्डिंग व बैनर के जरिए छात्र व उनके अभिभावक साल-दर-साल इन संस्थाओें के शिकार बनते जा रहे हैं।
डीएम प्रियंका निरंजन ने बताया कि फर्जी पैरा मेडिकल कालेज की जानकारी संज्ञान में आते ही तुरंत एडीएम के नेतृत्व में टीम का गठन कर मौके पर भेजा गया। पीड़ित छात्रों के बयान के आधार पर पैरा मेडिकल कालेज के संचालक व प्रिंसपल के खिलाफ पुलिस की ओर लीगल एक्शन ले लिया गया है। पीड़ित छात्रों के भविष्य व उनके परिवार से फीस के नाम पर किए गए आर्थिक दोहन को लेकर प्रशासन पूरी तरह गंभीर है। अभी इनके विरूद्ध गैंगेस्टर की भी कार्रवाई करवाई जाएगी। फिलहाल जांच में फर्जी संचालन की पुष्टि के बाद कॉलेज को बंद करा दिया गया।