राम मंदिर के भूतल का निर्माण अब अंतिम चरण में

15 दिसंबर 2023तक प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के जरूरी सारे निर्माण पूरा करने की डेड लाइन तय

 

अयोध्या : राम मंदिर निर्माण समिति की दो दिवसीय बैठक शुक्रवार को मंदिर परिसर में शुरू हुई। इसमें मंदिर निर्माण कार्य का स्थलीय निरीक्षण कर सारे काम 15 दिसंबर 2023 तक पूरा करने की समय सीमा निर्धारित की गई। मंदिर निर्माण स्थल पर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र के साथ मंदिर ट्रस्ट के पदाधिकारी, ट्रस्टी व निर्माण इकाई की तकनीकी टीम मौजूद रही।

मंदिर ट्रस्ट के सदस्य डॉ. अनिल मिश्र के मुताबिक मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम 15 जनवरी से 24 जनवरी 2024 के बीच होना है। इसको लेकर सारे निर्माण कार्य की समीक्षा बैठक में की गई। उन्होंने बताया कि शुक्रवार को मंदिर निर्माण समिति की टीम ने दर्शन मार्ग पर बनने वाली कैलोपी का निरीक्षण किया। इसका निर्माण दिसंबर तक पूरा हो जाएगा। टीम ने पुलिस चेकिंग पाइंट का भी निरीक्षण किया। जिसमें स्कैनर आदि का निर्माण कार्य तेजी से पूरा किया जा रहा है जो नवंबर 2023 तक पूरा हो जाएगा। डॉ. मिश्र ने बताया कि मंदिर के भूतल पर स्ट्रक्चर का काम पूरा होने के बाद अब फिनिशिंग का काम तेजी से पूरा किया जा रहा है। मंदिर के गर्भ गृह के फर्श का काम पूरा हो गया है। अंडरग्राउंड बेसमेंट का काम भी पूरा हो रहा है। तकनीकी टीम ने बताया कि फर्श पर संगमरमर लगाने का काम भी दिसंबर तक पूरा हो जाएगा।

डॉ. मिश्र ने बताया कि इसके साथ ही परिक्रमा मार्ग पर फर्श तैयार हो गई है। साथ ही साथ लाइटिंग का काम भी चल रहा है। लाइटिंग का काम भी दिसंबर के पहले पूरा हो जाएगा। यात्री सुविधा केंद्र का भी मंदिर निर्माण समिति के सदस्यों की टीम ने देखा। जिसका निर्माण भी 15 दिसंबर के पहले पूरा हो जाएगा। उन्होंने बताया कि मंदिर निर्माण समिति की दूसरे दिन की बैठक में आगामी योजनाओं की भी समीक्षा की जाएगी। उन्होंने बताया कि राम मंदिर के प्रथम तल का भी निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है। जिसका स्ट्रक्चर भी दिसंबर 2023 तक बनकर खड़ा हो जाएगा।

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