बंगाल में हाथी के हमले में दो साल के दौरान नौ की मौत
सिलीगुड़ी: बागडोगरा के नतुन पाड़ा में हाथी के हमले से 1 व्यक्ति की मौत हो गयी, जबकि एक कार और कई घर क्षतिग्रस्त हो गये। मृतक का नाम दिलीप रॉय (45) है। वह पेशे से राजमिस्त्री था। बंगाल में हाथी के हमले में एक व्यक्ति की मौत हो गई, इस साल इस तरह के हमलों में ये नौवीं मौत है। वन विभाग के अधिकारियों ने कहा कि मृतक दुर्भाग्य से हाथी के सामने आ गया था। मालूम हो कि आज सुबह एक दंतैल हाथी जंगल से निकल कर बस्ती में घुस आया। बागडोगरा के नतून पाड़ा, भुजियापानी, मुलाइजोत समेत कई गांवों में घुस गया और तोड़फोड़ की। वही खड़े एक व्यक्ति को सूंड से उठाकर पटककर मार डाला। घटना के बाद घायल व्यक्ति को बचाकर उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज व अस्पताल ले जाया गया, जहां ड्यूटी पर तैनात डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. दूसरी ओर, न्यू पारा में चलती कार में हाथी ने टक्कर मार दी। ड्राइवर डर के मारे कार के अंदर ही बैठा रहा।वन विभाग के अधिकारियों ने कहा कि मृतक दुर्भाग्य से हाथी के सामने आ गया था। यह हाथी अपने झुंड से अलग होकर इलाके में घुस गया था। हमले में जहां दिलीप रॉय की मौत हो गई, वहीं एक अन्य व्यक्ति घायल हो गया. जिसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। हाथी ने इलाके के कुछ घरों को भी क्षतिग्रस्त कर दिया।एक महीने के भीतर दार्जिलिंग जिले में हाथी के हमले से हुई यह दूसरी मौत है। नवंबर में जिले के नक्सलबाड़ी इलाके में ऐसे ही हाथी के हमले में एक महिला की मौत हो गई थी।वन विभाग के अधिकारियों ने पीड़ित परिवार को मुआवजा देने का आश्वासन दिया है। विभाग के सूत्रों ने स्वीकार किया कि मानव बस्तियों में हाथियों का प्रवेश विभाग के साथ-साथ स्थानीय लोगों के लिए एक स्थायी सिरदर्द बन गया है।।उनके मुताबिक ख़तरा दोतरफ़ा है. एक ओर जहां मानव बस्तियों में हाथियों का प्रवेश स्थानीय लोगों के लिए जीवन का खतरा पैदा करता है। वहीं दूसरी ओर, अपने इलाकों में हाथियों के प्रवेश को रोकने के लिए ग्रामीण अक्सर गांव की सीमाओं पर बिजली की बाड़ का उपयोग करते हैं, जो हाथियों के लिए घातक हो जाता है। रिपोर्ट अशोक झा