हरदोई के अधिवक्ता हत्याकांड का खुलासा, सपा के पूर्व जिलाध्यक्ष सहित 5 गिरफ्तार

हरदोई के अधिवक्ता हत्याकांड का खुलासा, सपा के पूर्व जिलाध्यक्ष सहित 5 गिरफ्तार

प्रापर्टी के लिए सुपारी देकर कराई गई थी हत्या

हरदोई। पुलिस ने अधिवक्ता कनिष्क महरोत्रा हत्याकांड का खुलासा करते हुए पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। अधिवक्ता की हत्या प्रॉपर्टी के लिए सुपारी देकर कराई गई थी। गिरफ्तार लोगों में सपा का पूर्व जिलाध्यक्ष भी शामिल है।

बता दें कि मंगलवार शाम को लखनऊ रोड निवासी अधिवक्ता कनिष्क महरोत्रा को उनके चैम्बर में गोली मार दी गयी थी। गम्भीर हालत में उन्हें लखनऊ ले जाया गया जहां उनकी मौत हो गयी थी। शूटर कोर्ट मैरिज करवाने के बहाने आये थे और वारदात को अंजाम देकर बाइक द्वारा फरार हो गए थे।अधिवक्ता साथी की हत्या के बाद अधिवक्ताओं ने सड़क जाम की थी और दूसरे दिन बुधवार को पांच अगस्त तक कार्य से विरत रहने का निर्णय लेते हुए जल्द खुलासे की मांग डीएम एवं एसपी से की थी।

अधिवक्ता की हत्या के बाद यूपी के कई जिलों में अधिवक्ता आक्रोशित हुए और धरना प्रदर्शन शुरू हो गए थे। स्थिति की गम्भीरता को देखते हुए आईजी हरदोई पहुंचे और दिवंगत अधिवक्ता के घर जाकर अधिवक्ता के छोटे भाई,मुंशी व काम वैली से पूछताछ की थी, जिसके बाद आईजी ने एसपी नीरज कुमार जादौन को शीघ्र खुलासे के निर्देश दिए। वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी कल विधानसभा में इस घटना का जिक्र करते हुए सपा पर निशाना साधा था कि उनका एक पूर्व जिलाध्यक्ष इसमें शामिल है।

पुलिस ने दिवंगत अधिवक्ता के घर मे लगे सीसीटीवी फुटेज अपने कब्जे में लिए और जांच शुरू की, पुलिस के सामने मुश्किल यह थी कि उसे जो फुटेज मिले थे उसमें चेहरे साफ नहीं आ रहे थे। इसके बाद पुलिस ने आसपास के घरों,दुकानों एवं शराब की दुकानों के सीसीटीवी फुटेज खंगालने शुरू किये। एक शराब की दुकान के सीसीटीवी फुटेज में तीन लोग जिनका हुलिया शूटरों से मिलता जुलता पाया गया जिसके बाद पुलिस ने उनकी तलाश शुरू की।

गुरुवार रात करीब 11 बजे पुलिस को सूचना मिली कि जिन शूटरों को वह तलाश रही है उनमें से एक सांडी बावन रोड के निकट बाईपास के पास मौजूद है। इसके बाद पुलिस टीम ने उसको घेर लिया। अपने को घिरा पाकर शूटर ने पुलिस टीम पर फायर झोंक दिया और भागने का प्रयास किया लेकिन पुलिस टीम ने भी फायरिंग शुरू कर दी और एक गोली शूटर के पैर में लगी और वह वहीं गिर गया।नाम पतस पूछने पर उसने अपना नाम नीरज कुमार निवासी झरोईया कोतवाली शहर बताया। पुलिस ने उसे इलाज के लिए मेडिकल कालेज पहुंचाया।

शूटर से पुलिस ने पूछताछ शुरू की तो सारा मामला खुल गया। उसने बताया कि जिस घर मे अधिवक्ता रहते थे उसे चार लोगों ने खरीदा था। कई किरायेदारों को तो रुपये देकर उनके मकान खाली करा लिए गए लेकिन अधिवक्ता ने मकान नहीं खाली किया और इसी लिए उनकी हत्या करने की सुपारी दी गयी थी।

 

प्रापर्टी के चार हिस्सेदार थे उनमें से एक आदित्यभान सिंह ने अधिवक्ता की हत्या की योजना बनाई। हत्या के लिए उसने अपनी दूध के डेयरी में काम करने वाले अपने खास आदमी रामू जो आपराधिक किस्म का व्यक्ति है को चार लाख की सुपारी दी थी और एक लाख चालीस हजार रुपये एडवांस दिया था। इस योजना में बाकी सभी पार्टनरों की भी सहमति थी। आदित्यभान सिंह ने ही शूटरों को बाइक उपलब्ध कराई थी।

एसपी नीरज कुमार जादौन ने बताया कि अभी तक पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है जिसमें शूटर नीरज के अलावा प्रापर्टी के चारों हिस्सेदार आदित्यभान सिंह,वीरेंद्र कुमार उर्फ वीरे यादव,नपेंद्र त्रिपाठी और शिखर गुप्ता शामिल हैं। फरार अभियुक्त लल्ला,राजवीर व रामू की तलाश पुलिस कर रही है।

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