दस साल बाद तीन चरणों में जम्मू कश्मीर में चुनाव ऐलान के बाद अधिकारियों का तबादला  शुरू

बांग्लादेश बॉर्डर से अशोक झा: भारतीय चुनाव आयोग ने 10 साल बाद जम्मू-कश्मीर राज्य विधानसभा चुनावों की घोषणा कर दी है। इस घोषणा के साथ ही जम्मू-कश्मीर में सियासी माहौल गर्माने लगेगा। ये चुनाव वहां तीन चरणों में होंगे।जम्मू में अब 43 सीटें और कश्मीर में 47 सीटें हैं। पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर लिए 24 सीटें रिजर्व रखी गई हैं। हालाँकि, यहाँ चुनाव नहीं होंगे। वहीं, लद्दाख में विधानसभा नहीं है। इस तरह से कुल 114 सीटें में से सिर्फ 90 पर चुनाव कराए जाएँगे। इससे पहले जम्मू-कश्मीर में कुल 111 सीटें थीं, जिनमें 87 सीटों पर चुनाव होते थे। इनमें से 37 सीटें जम्मू में, 46 सीटें कश्मीर में और 4 सीटें लद्दाख में होती थीं। पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर के लिए 24 सीटें रखी गई थीं। नए परिसीमन ने जम्मू संभाग के सांबा, कठुआ, राजौरी, किश्तवाड़, डोडा और उधमपुर में एक-एक सीट बढ़ी है। वहीं, कश्मीर के कुपवाड़ा जिले में एक सीट बढ़ाई गई है।चुनाव आयोग आज चुनाव की तारीखों की घोषणा कर रहा है। चुनाव आयोग ने बताया कि पिछले दिनों टीम जम्मू-कश्मीर चुनाव तैयारियां का हाल में जायजा लिया। लोकतंत्र में प्रतिभाग करने की लायक दिखाई दे रही थी। सभी की इच्छा थी कि जल्द चुनाव हों।केंद्र शासित राज्य में चुनावों की घोषणा करते हुए मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने बताया कि जम्मू कश्मीर के 20 जिलों में विधानसभा की कुल 90 सीटें हैं, जिनमें से सामान्य वर्ग के लिए 74, एसटी के लिए 9 और एससी के लिए 7 सीटें आरक्षित हैं। चुनाव आयोग के मुताबिक, जम्मू कश्मीर में कुल मतदाताओं की संख्या 87.09 लाख है। इनमें से पुरुष मतदाता 44.46 लाख, महिला मतदाता 42.62 लाख और फर्स्ट टाइम वोटर्स (18-19 साल उम्र) 3.71 लाख हैं। 20 से 29 की उम्र के युवा वोटर्स की संख्या 20.7 लाख है।
हमें उम्मीद बिना डर के वोटिंग होनी चाहिए- ECI
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि वोटिंग के प्रति लोगों में उत्साह है। हमें उम्मीद है ज्यादा वोट पड़ेंगे। हमें उम्मीद बिना डर के वोटिंग होनी चाहिए। उन्होंने बताया कि 90 विधानसभा क्षेत्रों में मतदान के लिए 9169 जगहों पर 11838 पोलिंग स्टेशन बनाए जाएंगे। इनमें से 90 पोलिंग बूथों को महिलाएं संभालेंगी, जबकि 360 मॉडल पोलिंग बूथ होंगे।
2014 में हुए थे पिछली बार चुनाव: 2019 में क्षेत्र का विशेष दर्जा खत्म होने और इसका राज्य का दर्जा वापस लिए जाने के बाद ये पहला चुनाव होगा। अब केंद्र शासित राज्य परिसीमन के बाद 90 विधानसभा सीटें हैं। पिछले विधानसभा चुनाव नवंबर-दिसंबर 2014 में हुए थे। चुनाव के बाद, जम्मू और कश्मीर पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी और भारतीय जनता पार्टी के गठबंधन ने राज्य सरकार बनाई, जिसमें मोहम्मद मुफ्ती मुख्यमंत्री बने। 7 जनवरी 2016 में मुख्यमंत्री मोहम्मद मुफ्ती का निधन हुआ था। राज्यपाल शासन की एक छोटी अवधि के बाद महबूबा मुफ्ती ने जम्मू कश्मीर के अगले मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी। हालांकि बाद जून 2018 में बीजेपी ने पीडीपी के नेतृत्व वाली सरकार से अपना समर्थन वापस ले लिया था। उसके बाद से ही जम्मू कश्मीर में राज्यपाल शासन लागू है।सबसे आखिरी चऱण में कश्मीर के ऊपरी हिस्से में चुनाव कराया जाएगा. आइए जानते हैं कश्मीर में कब किस सीट पर मतदान कराया जाना है। मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार ने शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में जानकारी दी कि पहले चऱण यानी 18 सितंबर को जम्मू के किश्तवाड़, रामबन, डोडा और कश्मीर के अनंतनाग, पुलवामा, शोपियां और कुलगाम में मतदान कराया जाएगा. दूसरे चरण में यानी 25 सितंबर को कश्मीर के गंदरबल, श्रीनगर, बडगांव जबकि जम्मू के पुंछ, रजौरी और रियासी में मतदान कराया जाएगा. ।तीसरे और आखिरी चरण में 1 अक्टूबर को फोर्स ऊपर की ओऱ चली जाएगी। इस दौरान उत्तरी कश्मीर के ऊपरी हिस्से में चुनाव कराए जाएंगे. इसके अलावा जम्मू, उधमपुर, सांबा और कठुआ रीजन में चुनाव होगा।
इन सीटों पर होगा पहले चऱण में मतदान: अब सीटों के लिहाज से चुनाव की बात करें तो पहले चरण में पंपोर, त्राल, पुलवामा, राजपुरा, जैनापुरा, शोपियां, डी.एस.पुरा, कुलगाम, देवसर, दोरु, कोकेमाग (एसटी) अनंतनाग पश्चिम, अनंदनाग, श्रीगुफवाड़ा बिजबेहारा, शंगुस-अनंतनाग पूर्व, पहलगाम, इंदरवाल, किश्तवाड़, पड्डेर-नागसेनी, भदरवाह, डोडा, डोडा पश्चिम, रामबन, बनिहाल में चुनाव होगा।
दूसरे चरण में कांगन (एसटी), गंदरबल, हजरतबल, खान्यार, हब्बाकडल, लाल चौक, चन्नापुरा, जादीबल, ईदगाह, सेंट्रल शालटंग, बडगाम, बीरवाह, खानसाहिब, चार-ए-शरीफ, चडूरा, गुलबर्ग (एसटी), रियासी, श्री माता वैष्णो देवी, काकाकोटे सुंदरबानी,नावशेरा, राजौरी, बुढल, तन्नामंडी, सुरनकोट, पुंछ हवेली, मेंडर में चुनाव होंगे।तीसरे और आखिरी चरण का चुनाव: तीसरे चरण में जम्मू-कश्मीर के करनाह, त्रेघाम, कुपवाड़ा, लोलाब, हंद्वाड़ा, लंगाते, सोपोर, राफियाबाद, उरी, बारामुल्ला, गुलमर्ग, वगूरा-क्रीरी, पाटन, सोनावाड़ी, बांदीपोरा, गुरेज (एसटी) उधमपुर पश्चिम, उधमपुर पूर्व, चेनानी, रामनगर (एससी), बानी, बिलावड़, बसोही, जसरोटा, कठुआ (एससी) हीरानगर, रामगढ़ (एससी), सांबा, विजयपुर, बिश्नाह (एससी), सुचेतगढ़ (एससी), आर.एस.पुरा -जम्मू साउथ, बाहू, जम्मू पूर्व, नगरोटा, जम्मू पश्चिम, जम्मू उत्तर, मढ़ (एससी) अखनूर (एससी) और चाम्ब में मतदान कराया जाएगा। 200 सिविल और पुलिस अधिकारियों का तबादला किया है। शुक्रवार दोपहर में ही निर्वाचन आयोग जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के लिए तारीखों का ऐलान करने वाला है। चुनाव की तारीखों के ऐलान से पहले बड़ा प्रशासनिक फेरबदल हुआ है। आईपीएस अधिकारी नलिन प्रभात को जम्मू-कश्मीर पुलिस का विशेष महानिदेशक नियुक्त किया है। प्रभात 30 सितंबर को जम्मू-कश्मीर के डीजीपी आरआर स्वैन की सेवानिवृत्ति के बाद बल के प्रमुख की भूमिका संभालेंगे। आईजी से एसएसपी रैंक के 33 पुलिस अधिकारियों का तबादला किया गया है। इनमें आईजी सीआईडी, रेंज डीआईजी और जिला एसएसपी का पूरा प्रभार शामिल हैं। एक दिन पहले गुरुवार की शाम को विभिन्न विभागों के 88 आईएएस और केएएस अधिकारियों के तबादले किए गए थे। सूत्रों का कहना है कि अगले 3 घंटों में तबादलों की एक और सूची जारी होने की उम्मीद है। उल जमां को डीआईजी किया नियुक्त: आईपीएस अधिकारी मकसूद उल जमां को उत्तर कश्मीर रेंज का डीआईजी नियुक्त किया है। जबकि शोपियां, उधमपुर, रियासी, रामबन, जम्मू, पुंछ, कठुआ, डोडो, राजौरी, पुंछ और गंदेरबल के एसएसपी का तबादला कर इन जिलों में नए अधिकारियों की तैनाती की गई है।

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