भाजपा का बंगाल बंद हुआ शुरू, हेलमेट पहन बस चलाने की कोशिश में चालक, रेलवे ट्रेक को किया गया बंद

कड़ी सुरक्षा के बीच बंद का दिखने लगा है व्यापक असर


अशोक झा, कोलकाता: बंगाल बंद के समर्थन में बीजेपी कार्यकर्ता सड़कों पर उतर आए हैं। कार्यकर्ताओं ने नॉर्थ 24 परगना के बनगांव स्टेशन पर ट्रेन रोक दी। बंगाल पुलिस ने बंद के समर्थन में दो विधायकों मालती राव रॉय और मिहिर गोस्वामी को डिटेन किया।बंगाल में बीजेपी ने 12 घंटे का बंद बुलाया है। राज्य में व्यवस्था ठप पड़ गई है। बीजेपी कार्यकर्ता ट्रेनें, बसें और बाजार बंद करवा रहे हैं।कोलकाता, सिलिगुड़ी सहित तमाम इलाकों में बंद का असर दिख रहा है। बीजेपी ने बंद का आयोजन नबन्ना मार्च के दौरान छात्रों के खिलाफ पुलिस एक्शन के चलते बुलाया है। बता दें कि बंद के दौरान पुलिस ने बीजेपी कार्यकर्ताओं और प्रदर्शनकारियों पर वॉटर कैनन के साथ आंसू गैस के गोले दागे। प्रदर्शनकारियों के साथ पुलिस की जहां सीधे भिड़ंत हुई वहां लाठीचार्ज भी हुआ। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को चिन्हित करके उनकी पहचान के लिए सोशल मीडिया पर पब्लिक से रिक्वेस्ट की है। इसी सब को देखते हुए बीजेपी ने बंगाल बंद बुलाया है। कोलकाता और सिलीगुड़ी में दिख रहा बंद का असर: कोलकाता में छात्रों के नबान्न अभियान को विफल करने के लिए पुलिस ने उन पर लाठी चार्ज किया था। प्रदर्शनकारियों पर आंसू गैस के गोले दागे गए. पानी की बौछार की गई। बुधवार को सुबह में उत्तर बंगाल के सिलीगुड़ी में भी डॉक्टर दुष्कर्म-हत्याकांड के विरोध में बंद का असर देखा गया।कोलकाता की सड़कों पर बसें तो चल रहीं हैं, लेकिन उनमें यात्री नाममात्र के ही हैं।बांग्ला बंद के साथ बीजेपी ने कहा कि उसने छात्र प्रदर्शनकारियों को नैतिक समर्थन दिया है. बीजेपी ने आज सुबह 6 बजे से शाम 6 बजे तक 12 घंटे के बंद का ऐलान किया है. आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में एक डॉक्टर के साथ क्रूर बलात्कार और हत्या पर ममता बनर्जी के इस्तीफे की मांग करते हुए, हजारों छात्रों ने कोलकाता की सड़कों पर उतरकर नबन्ना (सचिवालय) की ओर मार्च किया, जिसके बाद मंगलवार को पश्चिम बंगाल में उग्र विरोध प्रदर्शन हुआ। पुलिस ने मार्च करने वालों पर पानी की बौछारें कीं और आंसू गैस छोड़ी, साथ ही लाठीचार्ज भी किया। 100 से ज्यादा प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया गया।पुलिस की ज़बरदस्त कार्रवाई की भाजपा ने आलोचना की, जिसने आज पश्चिम बंगाल बंद का आह्वान किया।क्या खुला है, क्या बंद है?भाजपा ने बुधवार को पश्चिम बंगाल बंद के तहत सभी व्यापारिक संगठनों से बाजार बंद रखने को कहा है। हालाँकि, ममता बनर्जी सरकार ने कहा है कि सरकारी कार्यालय खुले रहेंगे क्योंकि वह बंद का विरोध करती है। जबकि बसें और मेट्रो सहित अन्य सार्वजनिक परिवहन सामान्य रूप से चलेंगे, बंद से उनकी आवाजाही बाधित हो सकती है। निजी कार्यालय भी प्रभावित होने की संभावना है। जो यात्री कोलकाता मेट्रो का उपयोग करते हैं, उन्हें नवीनतम अपडेट के लिए कोलकाता मेट्रो की आधिकारिक वेबसाइट अवश्य देखनी चाहिए। बुधवार को सरकारी कार्यालय, बैंक, स्कूल-कॉलेज खुलेंगे। हालाँकि, छात्रों को सलाह दी जाती है कि वे उभरती स्थितियों के बीच अंतिम समय की अपडेट के लिए अपने संबंधित स्कूलों और कॉलेजों के संपर्क में रहें। चिकित्सा देखभाल और एम्बुलेंस जैसी आपातकालीन सेवाएं भी पूरी तरह कार्यात्मक रहेंगी।पश्चिम बंगाल में कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में महिला डॉक्टर की दुष्कर्म के बाद हत्या के विरोध में आंदोलन जारी है।छात्र आंदोलन के दौरान कोलकाता और हावड़ा में हुए बवाल के बाद बुधवार (28 अगस्त) को 12 घंटे के बंगाल बंद का आह्वान किया गया है। सुबह से ही भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कार्यकर्ताओं ने सुबह से ही रेलवे ट्रैक को जाम कर दिया है। बंगाल सरकार ने बंद को अवैध करार दिया: पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी सरकार ने बंद को अवैध करार दिया है, बावजूद इसके सुबह से बंगाल बंद का असर देखा जा रहा है. कोलकाता की सड़कें सुनसान हैं. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता अग्निमित्रा पाल ने सुबह-सुबह सड़क पर उतरकर बंद का जायजा लिया. उन्होंने पुलिस पर हमला बोला। कहा कि ये लोग रीढ़विहीन हो गए हैं. पुलिस ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश की अवहेलना की है। मंगलवार को छात्रों के आंदोलन को कुचलने के लिए पुलिस की ओर से दागे गए आंसू गैस के गोले और पानी की बौछार के लिए भी उन्होंने पुलिस की आलोचना की. कहा कि शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने के लिए निकले प्रदर्शनकारियों पर पानी में केमिकल मिलाकर उन पर पानी की बौछार की गई. अग्निमित्रा पाल ने कहा कि ये लोग राज्य की महिलाओं को सुरक्षा देने में नाकाम हैं. जब महिलाएं प्रदर्शन करतीं हैं, तो उन्हें तितर-बितर करने के लिए बल का इस्तेमाल करती है. हमारा प्रदर्शन जारी रहेगा।
बैरिकेडिंग पार करने के दौरान हुआ बवाल: आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में एक प्रशिक्षु चिकित्सक से दुष्कर्म और हत्या की जघन्य घटना के विरोध में मंगलवार को पश्चिम बंगाल छात्र समाज के नबान्न (राज्य सचिवालय) अभियान के दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों में अलग-अलग जगहों पर हिंसक झड़प हो गयी. कोलकाता और हावड़ा में विभिन्न जगहों पर प्रदर्शनकारियों ने पुलिस बैरिकेड पार करने की कोशिश की, तो बवाल हो गया।छात्र आंदोलन के दौरान कोलकाता में 26 पुलिसकर्मी हुए घायल: अलग-अलग जगहों पर प्रदर्शनकारियों और पुलिस में झड़प हो गयी. भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले दागे. कई जगहों पर प्रदर्शनकारियों को पीछे धकेलने के लिए पानी की बौछारें की गयीं. झड़प के दौरान पथराव और आगजनी की घटना भी हुई. इस दौरान कोलकाता में 26 पुलिसकर्मी घायल हो गये. पुलिस लाठीचार्ज में कई प्रदर्शनकारी भी घायल हुए हैं।
छात्रों को नबान्न जाने से रोकने के लिए पुलिस ने दागे थे आंसू गैस के गोले, पानी की बौछार भी की.
11 थानों में केस दर्ज, 126 प्रदर्शनकारी गिरफ्तार: कोलकाता के 11 थानों में मामले दर्ज कर 126 प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि हावड़ा में 94 लोगों को अरेस्ट किया गया. कुल 220 आंदोलनकारी गिरफ्तार किये गये हैं. पुलिस की ओर से बताया गया है कि हालात को काबू में लाने के लिए 73 राउंड आंसू गैस के गोले दागे गये हैं। ममता बनर्जी के इस्तीफे की मांग पर छात्रों का नबान्न अभियान: पश्चिम बंगाल छात्र समाज ने आरजी कर अस्पताल की घटना के मद्देनजर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के इस्तीफे की मांग को लेकर नबान्न अभियान का एलान किया था. भाजपा ने नबान्न अभियान के दौरान पुलिस की कार्रवाई के खिलाफ बुधवार को सुबह छह से शाम छह बजे तक 12 घंटे के बंगाल बंद का आह्वान किया है।बड़ाबाजार में भी पुलिस एवं प्रदर्शनकारियों में झड़प: महात्मा गांधी रोड से नबान्न अभियान के लिए विशाल जुलूस निकाला गया। जुलूस जब हावड़ा की ओर बढ़ने लगा तो पुलिस ने रोकने की कोशिश की. इस दौरान आंदोलनकारी नारे लगाते हुए बैरिकेड तोड़ने की कोशिश करने लगे. इसके बाद पुलिस ने पानी की बौछार शुरू कर दी. साथ ही लाठीचार्ज भी किया गया।बाबूघाट में आंदोलनकारियों ने पुलिस की मोटरसाइकिल जलाई: बाबूघाट में आंदोलनकारियों ने पुलिस की दो मोटरसाइकिलों में आग लगा दी. वाटर कैनन के पानी से पुलिस ने आग बुझाने की कोशिश की. लगभग तीन घंटे तक पुलिस आंदोलनकारियों को रोकने के लिए मशक्कत करती रही. शाम तक आंदोलन जारी रहा. पुलिस की कई गाड़ियों में तोड़फोड़ की गयी. प्रिंसेप घाट से पुलिस ने कई आंदोलनकारियों को गिरफ्तार किया. इसके साथ कई लोगों पर लाठीचार्ज भी किया गया। ।हेस्टिंग्स में पुलिस को लक्ष्य कर आंदोलनकारियों ने पथराव किया। पुलिस ने आंसू गैस के गोले दाग कर उन्हें तितर-बितर किया। हेस्टिंग्स में बैरकपुर के पूर्व सांसद अर्जुन सिंह व भाजपा नेता कौस्तव बागची को भी नबान्न अभियान में देखा गया. प्रदेश भाजपा अध्यक्ष एवं केंद्रीय मंत्री सुकांत मजुमदार के नेतृत्व में सैकड़ों की संख्या में भाजपा समर्थकों ने मंगलवार शाम को लालबाजार का घेराव किया. इस दौरान पुलिस बैरिकेड को आंदोलनकारियों ने तोड़ने की कोशिश की. पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे. इससे सुकांत मजुमदार बीमार पड़ गये।पुलिस ने कहा- शांतिपूर्ण नहीं था आंदोलन: मंगलवार शाम को एडीजी (दक्षिण बंगाल) सुप्रतीम सरकार ने कहा कि पहले यह बताया गया था कि आंदोलन शांतिपूर्ण होगा. लेकिन हर ओर अशांति देखी गयी. इस तरह का आंदोलन बंगाल के असली छात्र समाज का नहीं हो सकता है. उन्होंने बताया कि आंदोलन में कुछ आपराधिक तत्व भी शामिल थे. संवाददाता सम्मेलन में एडीजी (कानून-व्यवस्था) मनोज वर्मा व डीसी (सेंट्रल) इंदिरा मुखर्जी भी मौजूद रहीं. कोलकाता पुलिस ने 126 लोगों को गिरफ्तार किया है. इनमें 23 महिलाएं शामिल हैं. राज्य पुलिस ने 94 लोगों को गिरफ्तार किया।हावड़ा स्टेशन से 4 लोगों को पकड़ा गया: सरकार ने बताया कि हावड़ा स्टेशन से चार लोगों को पकड़ा गया था. इनके पास अभियान के नाम पर जो साजिश की गयी थी, उसकी पूरी जानकारी थी. उन्होंने कहा कि पुलिस पर ईंट, पत्थर व बोलतें फेंकी गयीं. सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाया गया. वाहनों में आग लगा दी गयी. उन्होंने कहा कि पुलिस किसी उकसावे में नहीं आकर संयम व धैर्य का परिचय दिया. पुलिसकर्मी लहूलुहान हुए।कोलकाता पुलिस की डीसी बोलीं- उपद्रवियों ने ईंट फेंके: कोलकाता पुलिस की डीसी (सेंट्रल) इंदिरा मुखर्जी ने कहा कि वह सुबह आठ बजे से सड़क पर थीं। 11 बजे के करीब उपद्रवियों ने ईंट फेंकना शुरू किया. हमें उकसाने का प्रयास किया गया. भाजपा के बंद को लेकर सुप्रतीम सरकार ने कहा कि यह बंद अवैध है. पुलिस सभी तरह के कदम उठायेगी. लोगों को किसी तरह की असुविधा नहीं हो, इसके लिए पर्याप्त कदम उठाये जायेंगे. हावड़ा मैदान में प्रदर्शनकारियोें के पथराव से आइजी (सीआइडी) डीपी सिंह को चोट लगी है. बताया जा रहा है कि एक पत्थर सीधे उनके हाथ पर आकर लगा.

बंद रहीं दुकानें, ठप रहा मंगलाहाट: नबान्न घेराव का खासा असर व्यवसाय पर भी पड़ा है। प्रदर्शन के कारण हावड़ा मैदान अंचल में सारी दुकानें और शोरूम बंद रहे। प्रदर्शन का असर मंगलाहाट पर भी देखा गया. हाट के दिन सड़क किनारे दुकान लगाने वाले हॉकरों की संख्या नहीं के बराबर थी. ग्राहक भी नदारद रहे. मंगलाहाट में व्यवसाय ठप होने से करीब 250 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है. इसे लेकर व्यवसायियों में काफी नाराजगी रही।
अचल रही मध्य व दक्षिण हावड़ा की ट्रैफिक व्यवस्था: नबान्न घेराव का सबसे अधिक असर ट्रैफिक व्यवस्था पर पड़ा. मध्य हावड़ा, दक्षिण हावड़ा और कोना एक्सप्रेस-वे पर ट्रैफिक सेवा पूरी तरह से बंद रहने के कारण दैनिक यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा. हालांकि अंडर वाटर मेट्रो सेवा शुरू होने से लोगों को राहत मिली. कोना एक्सप्रेस-वे पर यातायात व्यवस्था बंद रहने से ग्रामीण हावड़ा से कोलकाता आनेवाली बसों का आवागमन पूरी तरह से ठप रहा।।कोलकाता में क्या हुआ
कोलकाता में हेस्टिंग्स, प्रिंसेप घाट एवं महात्मा गांधी रोड पर जमकर बवाल हुआ
पुलिस को लक्ष्य कर पथराव किया गया, जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने किया लाठीचार्ज
हावड़ा ब्रिज पर बैरिकेड तोड़ने की कोशिश करने पर पुलिस ने वाटर कैनन का इस्तेमाल किया. आंसू गैस के गोले दागे. लाठीचार्ज भी हुआ.
बाबू घाट में पुलिस की दो मोटरसाइकिलों में आग लगा दी गयी, पुलिस की गाड़ियों में तोड़फोड़ की गयी
पुलिस ट्रेनिंग स्कूल के पास भी आंदोलनकारियों को रोकने के लिए वाटर कैनन का इस्तेमाल किया गया. प्रदर्शनकारियों को विद्यासागर सेतु से नबान्न जाने से रोकने के लिए पुलिस ने एजेसी बोस रोड पर कंटेनर रख दिये थे. कोलकाता में संभवत: ऐसा पहली बार हुआ
हावड़ा में क्या हुआ: नबान्न घेराव के दौरान हावड़ा में कई जगहों पर प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़प हुई.
हावड़ा मैदान, फोरशोर रोड, सांतरागाछी और नबान्न के पास शरत चटर्जी रोड रणक्षेत्र में तब्दील हो गया
प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज और वाटर कैनन का इस्तेमाल करना पड़ा. पानी की बौछार होते ही बैरिकेड के पास खड़े हजारों लोगों को पीछे हटना पड़ा। पथराव से हावड़ा मैदान में तैनात चंडीतला थाने के प्रभारी संदीप गांगुली घायल हो गये. उन्हें अस्पताल ले जाया गया.
सांतरागाछी में फोटो जर्नलिस्ट कुणाल मल्लिक के सिर पर चोट लगी है।प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए पुलिस ने लोहे की वेल्डिंग करके बैरिकेड बनाये थे।

Back to top button