37 डबल डेकर बसों का पंजीयन सस्पेंड
37 डबल डेकर बसों का पंजीयन सस्पेंड
उप्र बस्ती जिले में परिवहन विभाग ने अभियान चलाकर जहां पिछले पखवाड़े 220 स्कूली बसों का पंजीयन निलंबित कर दिया है, वहीं परमिट शर्तों का उल्लंघन करने पर 37 डबल डेकर बसों का रजिस्ट्रेशन भी सस्पेंड कर दिया है। अगर छह माह के अंदर इन वाहनों की कमियां नहीं दूर की गईं तो इनका पंजीयन निरस्त कर दिया जाएगा।
सड़क सुरक्षा को देखते हुए व उच्चाधिकारियों के दबाव को लेकर सजग हुए परिवहन विभाग ने पिछले दिनों ताबड़तोड़ कार्रवाई की है। विभाग का सबसे अधिक जोर स्कूली बसों को लेकर है। कारण यह है नए सत्र में सभी विद्यालय संचालित होने लगे हैं, अधिकांश स्कूली वाहनों का न तो फिटनेस दुरुस्त है और न ही उनमें सुरक्षात्मक उपकरण लगाए गए हैं। बच्चों की सुरक्षा को लेकर आरटीओ प्रशासन फरीदुद्दीन व आरटीओ प्रवर्तन रविकांत शुक्ल की अगुवाई में एआरटीओ पंकज सिंह व आरआई संजय दास की टीम ने सघन जांच अभियान चला रखा है। लिहाजा टीम ने अब तक जिले में पंजीकृत कुल 1182 स्कूली वाहनों में अनफिट 220 छोटे-बड़े वाहनों का पंजीयन यानी कि आरसी निलंबित कर दिया है।
दूसरी तरफ विभाग डबल डेकर यानी कि स्लीपर बसों पर नजर रख रही है। इस सघन अभियान के दौरान परिवहन विभाग की टीम को गोरखपुर-लखनऊ फोरलेन व बस्ती-आंबेडकरनगर हाईवे पर जिले की 37 ऐसी स्लीपर बसें मिलीं, जिनका स्वस्थता प्रमाण-पत्र यानी कि फिटनेस नहीं बन पाया है या फिर उनके परमिट समाप्त हो चुके हैं। बावजूद इसके वह सड़कों पर उतर कर फर्राटा भर रही हैं। इससे यात्रियों की जान खतरे में पड़ सकती है। टीम ने इन बसों का भी पंजीयन व परमिट निरस्त कर दिया है। इन वाहनों के स्वामियों ने अगर छह माह के अंदर फिटनेस नहीं करवाया तो उनका पंजीयन निरस्त कर दिया जाएगा। इन कार्रवाइयों से जहां वाहन स्वामियों में हड़कंप मचा हुआ है, वहीं विभागीय टीम अब अभियान को और तेज करने का मन बना रही है।
संभागीय परिवहन निरीक्षक संजय दास ने बताया कि अनफिट वाहनों के आवागमन पर पूरी तरह से लगाम लगाई जा रही है। अनफिट वाहनों से स्कूली बच्चों व यात्रियों की जान को खतरा हो सकता है। अब हर किसी अनफिट व बिना परमिटेड वाहनों का संचालन पूरी तरह से प्रतिबंधित किया जाएगा।