हरियाणा में हिंदुत्व की जीत पर सीमांचल में गदगद है इसके ध्वजवाहक

जम्मू कश्मीर में भी हार के पीछे छुपा है जीत का सच, राजनीतिक पंडितों को उड़ गई है नींद

अशोक झा, सिलीगुड़ी:
हरियाणा विधानसभा चुनाव में भाजपा की जीत हिंदुत्व ,सनातन और सद्भावना की जीत है। उस विचारधारा की जीत है, जो भारत को विश्व गुरु बनाना चाहती है। कुछ इसी अंदाज में बंगाल बिहार सीमांचल में हिंदुत्व के ध्वजवाहक सीताराम डालमिया, करण सिंह जैन, नरेश कुमार टिबरेवाल, अजय देवरा, अधिवक्ता कल्याण साहा, बिनोद कुमार अग्रवाल (बिन्नू ) तथा सुशिल रामपुरिया ने एक दूसरे को बधाई देते हुई कही है। इन लोगों ने कहा की जो लोग जम्मू कश्मीर में भाजपा की हार बता रहे है उन्हे पता नहीं की इस हार के पीछे जीत का सच छुपा हुआ है। इस बात को राजनीतिक पंडित भली भांति समझ गए है। वह दिन दूर नहीं जब बंगाल में भी हिंदुत्व का ज्वारभाटा उठेगा और राष्ट्रविरोधी तत्वों को उसका सही जवाब मिल जाएगा। इन लोगों का कहना है की हरियाणा के चुनावों के परिणाम ने ये सिद्ध कर दिया है की कांग्रेस के एक बड़े नेता कांग्रेस के लिए बहुत बड़ी पनौती बन गए हैं। कांग्रेस नेता पर हमला बोलते हुए उन्‍होंने कहा कि प्रोडक्ट में दम नहीं है, तो लॉन्च कितनी बार करो, फिर वह नहीं चलता है। मार्केटिंग के साथ साथ प्रोडक्ट में दम होना चाहिए। प्रोडक्ट में दम नहीं है, तो आप कितने बोर्ड लगाओ, कितनी मार्केटिंग करो, कितनी एजेंसी लगा दो, झूठ सच बोलो लो, वो फेल ही हो जाता है। कांग्रेस नेता सनातन विरोधियों के एक गैंग से घिरे हुए है। उनके आसपास जो चांडाल चौकड़ी है, वह राम, कृष्ण, भारत के विरोध में बोलते हैं। जो सनातन का विरोध करेगा, वो भारत में कैसे जीतेगा।कांग्रेस नेता ने हरियाणा में जाकर कहते हैं कि राम मंदिर में नाच गाना हो रहा था। हरियाणा में जाकर कहते हैं कि अयोध्या हार गई। सनातन को हरा देंगे। वो सनातन का मजाक बनाते हैं। जो नतीजे आए हैं, यही नतीजा आना था। हरियाणा की जीत भारत की जीत है। यह सनातन की जीत और सनातन विरोधियों की हार है। कांग्रेस के नेताओं को फैसला लेना है कि ऐसे नेता से कब छुटकारा पाएंगे? यह दल उन नेताओं का दल था, इसमें महात्मा गांधी, सुभाष चंद्र बोस, जवाहरलाल नेहरू, इंदिरा गांधी, गोव‍िंंद बल्लभ पंत जैसे कई बड़े नेता हुआ करते थे। आज कांग्रेस पार्टी नौकरों की, चाटुकारों की, चांडाल चौकड़ी की, हिंदू विरोधी लोगों की पार्टी बनकर रह गई है
जम्मू-कश्मीर के चुनावी नतीजों को लेकर उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटाने के बाद हुए विधानसभा चुनाव शांतिपूर्वक संपन्न हो गए हैं। यह प्रधानमंत्री मोदी की और अमित शाह की जीत है। पिछली बार चुनाव में भाजपा को जितनी सीटें मिली थीं, उससे ज्यादा इस बात सीटें लेकर भाजपा ने अपनी दमदार मौजूदगी दर्ज कराई है। नरेंद्र मोदी के फैसले पर जम्मू कश्मीर की जनता ने मुहर लगाई है। कश्मीर रीजन मुस्लिम पापुलेशन वाला क्षेत्र है. किसी कारण लोग भाजपा पर उतना भरोसा नहीं कर पा रहे हैं. अगले चुनाव में जम्मू कश्मीर में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनेगी। हरियाणा में बीजेपी की जीत का देश की राजनीति और सियासत पर क्या असर होगा। ये सवाल अब सबसे अहम हो गया है, लेकिन हरियाणा की जीत ने बीजेपी और पीएम मोदी को एक नया आत्मविश्वास दिया है।इस नतीजे के बाद पीएम मोदी नीतिगत मामलों से जुड़े फैसलों की ओर आगे बढ़ेंगे। 4 जून 2024 को लोकसभा चुनाव नतीजों के बाद कई सारे मुद्दे पर यू-टर्न लेने के लिए मजबूर रही सरकार अब पूरी मजबूत से अपने एजेंडे को लागू करेगी। विपक्षी पार्टियां या विरोधी दलों के नैरेटिव को बीजेपी ने धराशायी कर दिया है, जो लगातार ये दावे कर रहे थे कि 2024 के चुनाव के बाद मोदी मैजिक कमजोर पड़ गया है। इन अटकलों पर विराम लगेगा। पीएम मोदी ने भले ही हरियाणा में कम कैंपेन किया हो, लेकिन वह पूरे चुनाव के केंद्र में थे। कृषि कानूनों पर मोदी सत्ता को सबसे बड़ा चैलेंज पंजाब और हरियाणा से मिला था, लेकिन हरियाणा में अपनी सत्ता बचाकर बीजेपी ने अपने आलोचकों का मुंह बंद करा दिया है।धारदार है हिंदुत्व का मुद्दा: हरियाणा हो या जम्मू-कश्मीर, बीजेपी को हिंदुओं ने बड़ी संख्या में वोट किया है। बीजेपी की जीत में हिंदुत्व ने बड़ी भूमिका निभाई है। जम्मू में तो पार्टी को जबरदस्त समर्थन मिला है। 2024 के नतीजों के बाद कहा जाने लगा था कि हिंदुओं का वोट बंट गया है, लेकिन हरियाणा और जम्मू के जरिए बीजेपी ने दिखाया है कि हिंदुत्व का मुद्दा अभी भी धारदार है। हरियाणा के रिजल्ट के बाद महाराष्ट्र और झारखंड में बीजेपी एक नए आत्मविश्वास के साथ जाएगी। झारखंड में बीजेपी विपक्ष में है और उसे हेमंत सोरेन के खिलाफ सत्ता विरोधी लहर का भी फायदा मिलेगा। वहीं महाराष्ट्र में वह एकनाथ शिंदे के साथ सरकार में है। हरियाणा और जम्मू-कश्मीर के चुनावों के साथ पीएम मोदी और अमित शाह लगातार महाराष्ट्र का दौरा कर रहे हैं। पार्टी अब नई ऊर्जा के साथ महाराष्ट्र में अपनी सत्ता बचाए रखने की कोशिश करेगी। हरियाणा में बीजेपी को 90 में से 48 सीटों पर जीत मिली है, जबकि कांग्रेस को 37 सीटें मिली हैं। इनेलो 2 सीट पर सिमट गई है। वहीं अन्य के हिस्से में 3 सीटें आई हैं। जम्मू कश्मीर बीजेपी को 29 सीटें मिली हैं। कांग्रेस को 6 सीटों पर जीत मिली है, जबकि नेशनल कॉन्फ्रेंस को 42 सीटों पर जीत मिली। पीडीपी 3 सीटों पर जीतने में सफल रही। अन्य के हिस्से में 10 सीटें आई हैं।

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