सरयू नदी का जलस्तर बढ़ा खतरे के निशान से 84 सेंटीमीटर ऊपर,गांव छोड़ने को तैयार नहीं ग्रामीण

सरयू नदी का जलस्तर बढ़ा खतरे के निशान से 84 सेंटीमीटर ऊपर,गांव छोड़ने को तैयार नहीं ग्रामीण

उप्र बस्ती जिले के विक्रमजोत और दुबौलिया ब्लाक में सरयू नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। मंगलवार शाम 93.56 दर्ज किया गया जो खतरे के निशान से 84 सेंटीमीटर ऊपर है। जल आयोग अध्योध्या के अनुसार अभी राहत के आसार नजर नहीं आ रहे हैं। कल्यानपुर, भरथापुर व विशुनदासपुर के लोग तटबंध व परिषदीय विद्यालय में शरण लेना शुरू कर दिए हैं। सुविकाबाबू गांव की ‌स्थिति संवेदनशील बनी हुई है यहां एसडीआरएफ की टीम लगाई गई है। दुबौलिया में डीएम की अपील के बाद भी बाढ़ प्रभावित गांव के लोग शरणालय में जाने को तैयार नहीं हैं। बाढ़ से कुर्मियाना, सुविकाबाबू, टेढ़वा, सतहा, भूअरिया, देवारागंगबरार का केवटहिया पुरवा, पूरे मोतीराम, व बसावनपुर चारों ओर से पानी से घिर चुके हैं। पूरेमोतीराम व बसावनपुर में पानी घरों में घुस रहा है। टकटकवा, विसुनदासपुर की अनुसूचित बस्ती भी पानी से‌ घिर गया है। विशुनदासपुर के लोग मवेशियों सहित तटबंध पर शरण ले रहे हैं। विक्रमजोत क्षेत्र के दो दर्जन गांव बाढ़ से घिरे हुए हैं। नदी का पानी लगातार बढ़ने से माझा किता अव्वल, मड़ना माझा, दलपतपुर, जरही, कुड़निया, सहजौरा पूरे दुखी, अराजी भगला, चंदहा, पाही माफी, सरवरपुर, काशीपुर, अइलिया जुग्गाराम, चकिया, सलेमपुर, अराजीडूही, पिपरी संग्राम, बड़ागांव, अर्जुनपुर, नरसिंहपुर, लकड़ी पांडेय, लकड़ी दुबे, शम्भूपुर, बेतावा माझा, पकड़ी संग्राम, खेमराजपुर, कन्हईपुर व तटबंध विहीन गांव संदलपुर, चानपुर, पड़ाव, कल्यानपुर, भरथापुर आदि गांव पानी से घिर चुके हैं। पानी लोगों के घरों में घुस चुका है। कल्यानपुर व भरथापुर के लोग परिषदीय विद्यालय व गांव में बने टीनशेड में शरण लेना शुुरू कर चुके हैं। घघौवा पुल के रास्ते पानी हाईवे पार कर परशुरामपुर ब्लॉक की ओर बढ़ रहा है। अधिशाषी अभियंता दिनेश कुमार ने बताया कि पानी लगातार बढ़ रहा है। स्थिति संवेदनशील बनी हुई है। बाढ़ प्रभावित गांवों के लोगों से अपील की जा रही है कि वे गांव खाली कर दें।

एसडीएम गुलाब चंद ने बताया कि सुविकाबाबू गांव में तीन मोटरबोट और एसडीआरएफ की टीम लगाई गई है। सुविका बाबू गांव की स्थित बेहद खराब है। बाढ़ ग्रसित गांवों पर लगातार नजर रखी जा रही है। डीएम प्रियंका निरंजन ने बताया कि ग्रामीणों से अपील की जा रही है कि गांव खाली कर शरणालयों में चले जाएं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button