गोण्डा शहर में 22 साल पूर्व डकैती के दौरान 5 लोगो की हत्याकांड का मुख्य आरोपी साहब सिंह एसटीएफ के एनकाउंटर में ढेर
मुठभेड में मुख्य आरोपी के मारे जाने की खबर सुनने के बाद परिजनो में निर्मम हत्या की याद एक बार फिर ताजा हो गयी
गोण्डा।शहर के मेवातियान मुहल्ले में 22 साल पूर्व डकैती की घटना में 5 लोगो की हत्या का शातिर अपराधी एक लाख का ईनामी बदमाश को यूपी एसटीएफ व पुलिस ने बुलंदशहर गुलावठी थाना क्षेत्र में एक मुठभेड में मार गिराया है।
शहर कोतवाली क्षेत्र के मेवातियान मुहल्ले 18 अगस्त 2001को रेलवे के कॉन्टेक्टर तारिक सिद्दीकी के घर बावरिया गिरोह द्वारा डकैती के दौरान 5 लोगो की निर्मम हत्या कर दी गयी थी जिसमे दो मासूम भी शामिल थे एवं सात घायल हुए थे।घर में रखे बहुमूल्य सोने चाँदी के जेवरात भी डकैत साथ ले गये थे।
इस घटना के सम्बन्ध में अपराध संख्या 373/2001 हत्या लूट के तहत प्राथमिकी परिजनो ने दर्ज करायी थी।जिसकी विवेचना तत्कालीन कोतवाली निरीक्षक हीरा सिंह ने विवेचना में दस लोगो का नाम प्रकाश में आया था जिसमे मुख्य अभियुक्त साहब सिंह पुत्र चित्तर सिंह निवासी सजेती थाना जसराना जिला फिरोजाबाद उत्तर प्रदेश के विरूद्ध चार्ज सीट दाखिल की गयी थी। जिसमे 06 अभियुक्तो को एक मुठभेड के दौरान थाना बक्शा जौनपुर मे पहले ही पुलिस ने मार गिराया था एक अभियुक्त को पुलिस ने 24 फरवरी 019 को गिरफ्तार कर थाना साहिबा बाद गौतम बुद्ध नगर द्वारा जेल भेजा गया था। शेष फरार तीन अभियुक्त मे एक साहिब सिंह पुत्र चित्तर सिंह निवासी सजेती थाना जसराना जिला फिरोजाबाद उत्तर प्रदेश,सुरेश प्रभु निवासी आजाद नगर थाना चिकसाना जनपद भरतपुर राजस्थान व महावीर बावरिया पुत्र बाबू बावरिया निवासी चक्रधरबारी थाना डीग जनपद भरतपुर राजस्थान की गिरफ्तारी हेतु पुलिस निरन्तर प्रयास में जुटी ही थी।
अपर पुलिस महानिदेशक गोरखपुर जोन गोरखपुर के द्वारा अभियुक्त साहब सिंह पर एक लाख का इनाम घोषित किया था।
बुलंदशहर के गुलावठी थाना क्षेत्र में रविवार की रात को एसटीएफ नोएडा इकाई और बुलंदशहर पुलिस की संयुक्त टीम की बदमाश से मुठभेड़ हुई। जिसमें एक बदमाश गोली लगी। उसे उपचार के लिए अस्पताल भेजा गया। जहां उसे मृत घोषित कर दिया। एसटीएफ के अनुसार बदमाश की पहचान साहब सिंह उर्फ सुनील सिंह के रूप में हुई।पुलिस अधीक्षक आकाश तोमर ने उक्त जानकारी देते हुए बताया है कि डकैती मे वांछित था एक लाख का इनाम आईजीजोन ने घोषित कर रखा था।
शातिर हत्यारे के मारे जाने की खबर सोमवार को जब तारिक सिद्दीकी के परिजनों को मिली तो उनके परिजनों की निर्मम हत्या की वारदात एक बार फिर से ताजा हो गई।
ईश्वर एक दिन न्याय जरूर करेगा और आज न्याय मिला है इस बात की खुशी है:तारिक सिद्दीकी
शातिर बदमाश साहिब सिंह के मारे जाने की खबर पर वह दर्दनाक दृश्य एक बार फिर से रेलवे कांट्रेक्टर तारिक सिद्दीकी की आंखों के सामने घूम गया तारिक ने कहा कि उन्हें भरोसा था कि ईश्वर एक दिन न्याय जरूर करेगा और आज न्याय मिला है इस बात की खुशी है। वह इस खौफनाक वारदात में घायल हुई कविता का कहना है की वारदात के वक्त वह महज 4 साल की थी जब हत्यारों ने उसे मरणासन्न कर छोड़ दिया था। लेकिन ऊपर वाले की कृपा से हो जिंदा बच गई परिजन तो उसके जिंदा बचने पर भरोसा ही नहीं कर रहे थे। लेकिन चाचा के प्रयास से वह आज भी जीवित है हादसे में अपने मां-बाप और छोटे भाई को खोने पर रिफा ने कहा कि आज जब उसके परिवार का हत्यारा साहब सिंह मारा गया है तो उसे खुशी मिली है।