निराशा से आशा की ओर ले जाती है पीएम के मन की बात

निराशा से आशा की ओर ले जाती है पीएम के मन की बात
*नाउम्मीदी के अंधकार में उम्मीद की किरण बनकर आती है मन की बात*
*महंत, मौलाना, हिन्दू-मुस्लिम महिलाओं ने एक साथ सुनी मन की बात*

*वाराणसी, 30 अप्रैल।* वंचित और गरीब तबके को भूख का संकट, विद्यार्थियों को परीक्षा का संकट, मध्यमवर्ग को परिवार की चिंता, मुस्लिम महिलाओं को सामाजिक सुरक्षा की चिंता भले ही सबके मन में निराशा का भाव पैदा करती हो, लेकिन जब देश का अभिभावक अपने मन की बात में सभी समस्याओं को सम्बोधित कर सबकी चिंता करता है तो यकीन मानिए निराशा के घोर अंधकार में आशा की किरण दिखाई देती है।

मन की बात का समाजिक प्रभाव बहुत अधिक रहा। सभी वर्ग के मन में अपने देश के लिए कुछ करने और अपने माध्यम से देश में थोड़ा परिवर्तन करने के भाव विकसित हुए। इससे निराश भारतीयों के मन में उत्साह का संचार हुआ और देश विदेश में रहने वाले भारतीय अपनी क्षमता के अनुसार देश को आगे बढाने में लग गए।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मन की बात के 100वें अध्याय को उत्सव की तरह सुनने के लिए मुस्लिम महिला फाउण्डेशन एवं विशाल भारत संस्थान ने लमही के सुभाष भवन में विशेष आयोजन किया। इस कार्यक्रम में संत, मौलाना, मुस्लिम महिलाएं, दलित समुदाय के लोग, घरेलू एवं कामकाजी महिलाओं ने भागीदारी की। मन की बात सुनने के लिए मुस्लिम महिला फाउण्डेशन की नेशनल सदर नाजनीन अंसारी ने नरेन्द्र मोदी के गैर राजनीतिक उद्देश्यों से सबको अवगत कराते हुए 100वें अध्याय को सुनने का प्रस्ताव रखा, जिस पर कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे काशी धर्म परिषद के अध्यक्ष महंत बालक दास जी ने अपनी स्वीकृति दी।

नरेन्द्र मोदी के तस्वीर के साथ रेडियों सभा में रखा गया। रेडियों के समक्ष दीप जलाकर एवं माल्यार्पण कर मन की बात सुनने की शुरुवात की गई।

मन की बात सुनने के बाद विशाल भारत संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ० राजीव श्रीवास्तव ने कहा कि मोदी जी के मन की बात सुनकर कई विद्यार्थियों ने शिक्षा के साथ सेवा को अपनाया, जिससे समाज को केवल स्वार्थी लोग नहीं बल्कि सेवा करने वालों का एक समूह मिला। राष्ट्र के प्रति भक्ति बढ़ी और देश की चिंता करने वालों की संख्या में वृद्धि हुई।

महंत बालक दास ने कहा कि जब देश का अभिभावक देश को ही अपना परिवार समझकर सबकी चिंता करता है तो निश्चित रूप से देश आगे बढ़ता है। मन की बात सबके दिल की बात है और प्रेरित करने वाला है।

मुस्लिम महिला फाउण्डेशन की नेशनल सदर नाजनीन अंसारी ने कहा कि मोदी जी ने मुस्लिम महिलाओं के जीवन में बड़ा परिवर्तन किया है। मन की बात से मुस्लिम महिलाओं को कुछ करने की प्रेरणा मिलती है। तीन तलाक के अपराध से पीड़ित मुस्लिम महिलाओं को सम्मान से जीने का रास्ता दिखाने वाले मोदी जी के मन की बात सुनना भी गर्व की बात है।

विशाल भारत संस्थान की राष्ट्रीय महासचिव डा० अर्चना भारतवंशी ने कहा कि मन की बात सुनने से विद्यार्थियों को परीक्षा का तनाव नहीं रहा और सैकड़ों विद्यार्थियों के मन में असफलता को लेकर आत्महत्या के जो भाव उत्पन्न होने वाले थे, वो खत्म हुए। इससे होनहारों का जीवन बचा।

इस कार्यक्रम में नजमा परवीन, डा० मृदुला जायसवाल, ज्ञान प्रकाश, अफसर बाबा, जय प्रताप सिंह, खुशी भारतवंशी, इली भारतवंशी, उजाला भारतवंशी, दक्षिता भारतवंशी, धनंजय यादव, अफरोज, फिरोज, ममता, रीता, अंजू, राजकुमारी, सुशीला, सीमा, सेचना, कलावती, पार्वती, प्रभावती, पूनम श्रीवास्तव, सुनीता श्रीवास्तव, सरोज देवी, किशुना, नगीना, नाजिया, शबनम आदि लोगों ने भाग लिया।

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