पट्टा किए गए तालाब को बनाया अमृत सरोबर लगभग आठ लाख रुपये का फर्जी भुगतान का आरोप सीडीओ ने दिए जांच के आदेश
पट्टा किए गए तालाब को बनाया अमृत सरोबर लगभग आठ लाख रुपये का फर्जी भुगतान का आरोप सीडीओ ने दिए जांच के आदेश
उप्र बस्ती जिले के कुदरहा ब्लाक के ग्राम पंचायतों में सरकारी धन की बंदरबांट रुकने का नाम नहीं ले रही है। मनरेगा में खेल के अलावा फर्जी भुगतान करने के कई मामलों की जांच लंबित है। इसी बीच एक मामला सामने आया है। हथियांव गांव निवासी विजय सिंह ने शिकायत दर्ज कराई है कि उनके गांव में मछली पालन के लिए पट्टा किए गए तालाब को अमृत सरोबर को अमृत सरोबर में चयनित कर दिया गया है। उस पर करीब 11 लाख रुपये से अधिक खर्च किया गया है। आरोप लगाया कि प्रधान व सचिव की मिलीभगत से ऐसा कर करीब आठ लाख रुपये का भुगतान भी लिया गया है।
विजय सिंह ने कहा है कि पट्टा हुए तालाब को अमृत सरोबर में चयनित करने का प्राविधान नहीं है। क्योंकि जिसे यह पट्टा होता है वह मछली पालन करता है और वह खुद इसके लिए उसे व्यवस्थित करता है। आरोप है प्रधान व सचिव ने इस तालाब के सुंदरीकरण को लेकर सरकारी धन का अनुचित प्रयोग किया। ग्रामीण की शिकायत पर सीडीओ डॉ. राजेश कुमार प्रजापति ने उपायुक्त मनरेगा व सहायक अभियंता डीआरडीए को इस प्रकरण की जांच दी है। इसकी रिपोर्ट उन्होंने सप्ताह भर में मांगी है।
सीडीओ डॉ. राजेेेश प्रजापति ने शिकायत की पुष्टि करते हुए कहा कि इस मामले की जांच की जा रही है। रिपोर्ट आने के बाद जो भी इसमें जिम्मेदार होगा उसके खिलाफ कार्रवाई होगी। यदि भुगतान किया गया है तो उसकी रिकबरी भी कराई जाएगी।