भूटान नरेश जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक ने भारत में गेलेफू माइंडफुलनेस सिटी परियोजना का किया उद्धघाटन
सिलीगुड़ी: पड़ोसी राष्ट्र
भूटान नरेश जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक ने भारत में गेलेफू माइंडफुलनेस सिटी परियोजना का उद्धघाटन किया है। यह भारत से दक्षिण पूर्व एशिया तक 1000 वर्ग किमी (2,50,000 एकड़) में फैली है। गेलेफू स्पेशल एडमिनिस्ट्रेशन रीजन से पूरे भूटान को लाभ मिलने के साथ ही यहां की सड़कों, पुलों और हवाई अड्डों जैसे सार्वजनिक बुनियादी ढांचे में महत्वपूर्ण निवेश की आवश्यकता होगी। वांगचुक ने कहा कि गेलेफू की कल्पना आर्थिक केंद्र से कहीं ज्यादा है। यह भूटान को दुनिया से जोड़ने और देश के भविष्य को आकार देने वाला प्रवेश द्वार बनने की स्थिति में है। इसका उद्देश्य निवेश आकर्षित करना, व्यापार बढ़ाना और रोजगार पैदा करना है। यह गेलेफू या सैमड्रुप जोंगखार से असम और पूर्वोत्तर भारतीय राज्यों को जोड़ते हुए म्यांमार, थाईलैंड, कंबोडिया, लाओस, वियतनाम, मलेशिया और सिंगापुर तक फैला हुआ है। वांगचुक ने आगे कहा- मुझे खुशी हो रही है कि मेरी हाल की यात्रा के दौरान भारत सरकार ने भूटान की ओर जाने वाली प्रमुख सड़कों के सुधार और विस्तार के लिए प्रतिबद्धता व्यक्त की। उन्होंने हमारे दो या तीन सीमावर्ती शहरों को रेलवे लाइनों से जोड़ने का भी वादा किया है। मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारत सरकार को उनके समर्थन के लिए आभार व्यक्त करना चाहता हूं। गेलेफू विशेष प्रशासनिक क्षेत्र (एसएआर) की कल्पना एक स्वायत्त आर्थिक केंद्र के रूप में की गई है, जो आवश्यक कानूनों और नीतियों को आकार देने के अधिकार से संपन्न है।रिपोर्ट अशोक झा