कभी लोग सैफई-इटावा के नाम से डरते थे अब भयमुक्त: योगी

इटावा। मुख्यमंत्री योगी अदित्यनाथ ने समाजवादी गढ़ कहे जाने वाले सैफई में गांव में इशारों ही इशारों में सपाई कल्चर पर हमला बोला। कहा कभी लोग सैफई व इटावा के नाम से डरते थे इस भय और डर को लेकर उन्होंने एक आपबीती भी सुनाई जब उन्हें आगरा से रात कानपुर जाना था लेकिन पुलिस ने उन्हें रास्ते की खतरे की आशंका बताकर उनकी यात्रा को रोक दिया। तब वह सुबह आगरा से निकल पाये। बोले अब आप किसी भी समय रात को चले जाइये कहीं कोई भय डर डरा नहीं सकता।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज सैफई ग्रामीण आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय के आॅडीटीरियम में सुपर स्पेशलिटी हाॅस्पीटल का लोकार्पण करने के बाद उपस्थित जनसमुदाय को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा आज इसी सैफई के इस ग्रामीण अंचल के आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय में लघु भारत के दर्शन हो रहे हैं। मुख्यमंत्री ने यहां अपने भाषण में आयुर्विज्ञान संस्थान की स्थापना के लिये समाजवादी नेता और राज्य के भूतपूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव को याद किया उनको श्रद्धांजलि दी और सराहना करते हुये कहा कि उनके इस योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का हृदय से आभार जताया। बोले 1947 से 1998, 1999 तक देश में केवल एक एम्स केवल दिल्ली में था जब अटल बिहारी वाजपेयी प्रधानमंत्री बने तो उन्होंने 6 एम्स की स्थापना की और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश में स्वास्थ्य सेवाओं को गुणवत्ता परख बनाने के लिये एम्स की क्षणी लगा दी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि केन्द्र सरकार और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने स्वास्थ्य सेवाओं को उच्च गुणवत्ता का बनाने के लिये पूरे देश में एक मुहिम छेड़ी हुई है। उत्तर प्रदेश के हर जिले में अब मेडिकल काॅलेज है। प्रधानमंत्री ने 22 एम्स नये स्थापित किया। बोले ये सैफई में जो ग्रामीण क्षेत्र में आयुर्विज्ञान संस्थान है वह सच में अदभुद है। हमने यहां सुविधायें बढ़ाने के लिये जो भी जरूरी हुआ वह किया है। हमने वो नहीं जो बीच की कुछ सरकारों ने किया जिन्होंने इस विश्वविद्यालय के बजट को रोका उससे यहां अवरोध आया। हम इसे बढ़ाने के लिये खूब धन दे रहे हैं। हम लोग आये यहां जितने धन की जरूरत थी वह दिया। सीएम ने बताया हम कोरोना काल खंड में यहां आये थे हमने इसका विजिट किया लौट कर जब लखनऊ पहुंचे मीटिंग बुलाई और जितने धन की जरूरत थी वह जारी कराया। उन्होंने कहा आज मैं जब यहां नवनियुक्त कर्मियों को पत्र जारी कर रहा था तो यहां लघुभारत के दर्शन हुये। नौकरी पाने वाला कोई जम्मू कश्मीर का कोई उड़ीसा का है तो कोई उन्नाव सीतापुर का। उन्होंने फिर कहा कि पहले यहां के नाम से लोग डरते थे ये सब संवादहीनता के कारण होता है। कुछ लोग कानाफूसी से जीवन काट लेते है। पूरे देश से छात्र फैकल्टी, कार्मिक, अलग-अलग क्षेत्र की सेवायें दे रहे हैं। जानने समझने का मौका दे रहे है।
श्री योगी बोले आज हमने देखा कि कोरोना काल में हमने जो देखा था उसके बाद ये तेजी से बढ़ रहा है। ग्रामीण क्षेत्र में सरकार के प्रयासों के बाद सुपर स्पेशलिटी अस्पताल का उदघाटन हो रहा है। यहां के व्यवहार और वातावरण में परिवर्तिन हुआ है। परिवर्तन अच्छी चीज है ये समाज को आगे बढ़ाती है। ये जारी रहना चहिये। मुख्यमंत्री ने दावा किया कि हमारे प्रधानमंत्री और हमारी उत्तर प्रदेश सरकार दोनों ही की योजनायें समाज के अंतिम व्यक्ति तक की मदद के लक्ष्य से चल रही है। हम किसी गांव शहर में भेदभाव नहीं करते। आज हम जिसे उच्च गुणवत्ता वाले अस्पताल का लोकापर्ण कर रहे हैं उससे भी ग्रामीण क्षेत्र को अंतिम व्यक्ति को स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ मिलेगा। हम चाहते है कि गांव गरीबों को ज्यादा से ज्यादा लाभ मिले उनको दिल्ली, लखनऊ, आगरा, कानपुर न भागना पड़े। इसके लिये सरकार की जहां मदद की जरूरत हो मैं करूंगा। उन्होंने आशा जताई कि अब यहां के बड़े हिस्से और कई जिलों में लोगों को उच्च गुणवत्ता का इलाज मिलेगा।

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