पाकिस्तान से आए हिंदुओं ने किए रामलला के दर्शन
– सिंध प्रांत के 250 हिंदू पहुंचे अयोध्या
– अयोध्या के तीर्थस्थलों का किया भ्रमण
अयोध्या : पाकिस्तान के तीस शहरों के ढाई सौ हिंदू शुक्रवार को रामलला के दर्शन करने अयोध्या पहुंचे। पाकिस्तान के सिंध प्रांत के इन श्रद्धालुओं ने राममंदिर के साथ-साथ सरयू स्नान, हनुमान गढ़ी, कनक भवन, भरतकुंड स्थित भरत की तपोस्थली समेत कई प्राचीन मंदिरों में दर्शन पूजन किए।
पाकिस्तान के सिंध प्रांत के गांव जरवार से आए गोविंद राम माखेजा ने बताया कि भारत में पूरी तरह से शांति है। लोग देर रात तक सड़कों पर घूम रहे हैं। व्यापार कर रहे हैं। पाकिस्तान में इस तरह की आजादी नहीं है। भारत में सभी त्योहार धूमधाम व आस्था के साथ मनाए जाते हैं। शोभायात्राएं निकाली जा रही हैं। हमें ऐसे खुलकर त्योहार मनाने की आजादी नहीं है। सिंध प्रांत के मीरपुर माथेलो के ओमप्रकाश ने बताया कि पाकिस्तान में हमेशा डर और भय का माहौल रहता है। घर की बहू-बेटियां भारत में सुरक्षित हैं। वहां शाम को लड़की घर नहीं लौटी तो अनहोनी का खौफ सताता है। उन्होंने कहा कि राममंदिर के निर्माण से पाकिस्तान के सिंधी हिंदुओं में उत्साह है। भारत और पाकिस्तान के माहौल में जमीन-आसमान का फर्क है। सिंध प्रांत के गांव लारकाने से आए अजीतमल ने कहा कि यहां का माहौल खुशनुमा है। मोदी के आने से भारत की तकदीर व तस्वीर बदली है। पाकिस्तान में महंगाई चरम पर है।
रायपुर से प्रयागराज होते हुए पहुंचे अयोध्या
हिंदुओं का यह दल छत्तीसगढ़ के शहर रायपुर के शदाणी दरबार के पीठाधीश्वर साईं डॉ. युधिष्ठिर लाल के सानिध्य में प्रयागराज से शुक्रवार को अयोध्या पहुंचा। सिंधी समाज के प्रवक्ता ओमप्रकाश ओमी ने बताया कि जत्थे में कराची, लाहौर, सक्खर, घोटकी, हैदराबाद सहित कई शहरों के श्रद्धालु शामिल हैं। सबसे अधिक संख्या में सिंध प्रांत के आठ जिलों के श्रद्धालु शामिल हैं। इसमें जरवार, मीरपुर, खानपुर, चुंडकों, शहजादपुर, पनो आकील, बैजी, मैसरा, भैलारी, कन्धकोट, पीतापिन, रेहणकी, चिचड़ा इलाके के लोग शामिल हैं। यह पहला मौका है जब राममंदिर निर्माण के बाद इतनी बड़ी संख्या में पाकिस्तान के सिंधी हिंदू अयोध्या में दर्शन के लिए आए हैं। साईं डॉ. युधिष्ठिर लाल ने कहा कि बहुत ही हर्ष का विषय है कि जिस तरह पांच सौ वर्षों बाद रामजन्म भूमि मिली और राममंदिर का निर्माण हुआ है उसी तरह सिंध प्रांत भी भारत का एक दिन हिस्सा बनेगा। जत्थे ने अयोध्या के मंदिरों में बड़े उत्साह व आस्था के साथ दर्शन पूजन किया।