आपके दांतों और मुंह में दिख रहे हो ये संकेत तो हो जाइए सतर्क, यह गंभीर बीमारियों की ओर करता है इशारा: डॉ प्रशांत झा
सिलीगुड़ी: आज हर 10 में दो लोग दांत की समस्या से पीड़ित है। आपके दांतों और मुंह में दिख रहे हो ये संकेत तो हो जाइए सतर्क। यह आपको गंभीर बीमारियों का इशारा कर रहे होते हैं। आज हम आपको उन संकेतों के बारे में बताते हैं जो आपके दांत या मुंह में दिख रहे हैं तो आज ही अपने डॉक्टर के पास चले जाएं। यह कहना है सिलीगुड़ी शहर के दंत रोग विशेषज्ञ डॉक्टर प्रशांत झा का। उन्होंने कहा यह मेरा नंबर 7001441636 है। कभी भी आप संपर्क कर सकते है। दांत से जुड़ी आम समस्या को लेकर खुलकर बात की। उन्होंने बताया कि पीरियोडोंटल बीमारी जिसे मसूड़ों की बीमारी भी कहा जाता है। यह मसूड़ों और दांतों को सहारा देने वाली हड्डी की सूजन और संक्रमण है। यह खराब ओरल हाइजीन का एक सामान्य लक्षण है, लेकिन कुछ लोगों में इसका खतरा ज्यादा होता है।इसका समय रहते इलाज न कराने से यह गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है, जिसमें दांतों का गिरना, हार्ट डिजीज, स्ट्रोक और डायबिटीज शामिल हैं। पीरियोडोंटल बीमारी के लक्षण: मसूड़ों में सूजन और लालिमा,मसूड़ों से खून बहना, खासकर ब्रश करते समय या फ्लॉस करते समय, मसूड़ों का हटना, दांतों के बीच में जगह बढ़ जाना, दांतों का ढीला होना या गिरना, सांसों की दुर्गंध (हैलिटोसिस), दांतों में सेंसिटिविटी
पीरियोडोंटल बीमारी के कारण: पीरियोडोंटल रोग मसूड़ों में प्लाक के कारण होता है। यह बैक्टीरिया की एक चिपचिपी परत है, जो दांतों पर बनती है। अगर प्लाक को नियमित रूप से ब्रश करके और फ्लॉस करके नहीं हटाया जाता है, तो यह कठोर हो सकता है और टार्टर में बदल सकता है। प्लाक और टार्टर में मौजूद बैक्टीरिया मसूड़ों में जलन और सूजन पैदा करते हैं। यह सूजन मसूड़ों और दांतों के बीच की हड्डी को नष्ट करना शुरू कर देती है, जिससे पीरियोडोंटल बीमारी होने की संभावना काफी हद तक बढ़ सकती है।पीरियोडोंटल के जोखिम: धूम्रपान करना,डायबिटीज के मरीज
कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली होना,सूखा मुंह होना,कुछ दवाओं का सेवन,गर्भवती महिलाएं,65 साल से ज्यादा उम्र के लोग
जेनेटिक, पीरियोडोंटल से बचाव के उपाय: दिन में दो बार ब्रश करना, दिन में एक बार फ्लॉस करना,नियमित रूप से डेंटिस्ट से चेकअप करवाना, पीरियोडोंटल रोग होने पर सफाई, स्केलिंग और रूट प्लानिंग या दवा या सर्जरी की जा सकती है। इसके अलावा ब्रेस्ट मिल्क बच्चों के लिए नहीं इन चीजों में भी होता है इस्तेमाल। दांतों में पीलापन: दांतों में पीलापन बहुत ही अजीब लगता है। ये आपकी पूरी पर्सनालिटी को खराब भी कर सकता है। कई बार सही तरीके से दांतों को साफ नहीं करने की वजह से पीलेपन की शिकायत होने लगती है लेकिन अगर आपके दांत जरुरत से ज्यादा पीले हो रहे हैं तो लिवर की समस्या का इशारा दे सकती है। मुंह से बदबू आना: कई लोगों के मुंह से बदबू आती है. ऐसा ओरल हाइजीन की वजह से होता है। कई बार ये मसूड़ों की बीमारी का भी इशारा करती है। इसके अलावा डाइजेशन की समस्या की वजह से भी मुंह से बदबू आ सकती है।जबड़े में दर्द: कई बार जब आप कुछ बहुत ज्यादा टाइट खा लेते हैं तो जबड़े में दर्द होने लगता है. इसके अलावा जबड़े में दर्द का कारण गठिया या स्ट्रेस भी हो सकता है। मसूड़ों से खून आना:
मसूड़ों से खून आना एक बड़ी समस्या है. अगर आपके मसूड़ों से रोजाना खून आता है तो ये जिंजिवाइटिस के साइन हो सकते हैं।छाले होना:कई बार पेट सही तरीके से साफ नहीं होने की वजह से मुंह में छाले होने लगते हैं. मगर हर बार छाले होना पेट की बीमारी का संकेत नहीं होता है। कई बार एचआईवी और ऑटोइम्यून डिसीज की वजह से भी छाले हो सकते हैं।दांतों में दर्द: दांतों में दर्द होना कैविटी और इंफेक्शन के संकेत हो सकते हैं।अगर आपके दांतों में रोजाना तेज दर्द होता है तो इसके लिए आपको तुरंत डॉक्टर के पास जाने की जरुरत है। रिपोर्ट अशोक झा