आतंकियों के निशाने पर थे BJP और RSS के नेता,आदेश मिलता तो भारत में फिदायीन हमला कर सकते थे आतंकी

नई दिल्ली: अहमदाबाद एयरपोर्ट से पकड़े गए ISIS के 4 आतंकियों से गुजरात ATS ने पूछताछ की हैं जिसमें कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। उसके बाद सीमावर्ती क्षेत्रों में अलर्ट कर दिया गया है। गिरफ्तार किए गए आतंकवादी पाकिस्तान में रह रहे श्रीलंका के एक नेता द्वारा कट्टरपंथी बनाए गए आईएस सदस्य हैं। पुलिस महानिदेशक सहाय ने कहा, ‘‘वे इस साल फरवरी में अबू (पाकिस्तान में आईएस के नेता) के संपर्क में आए और सोशल मीडिया के माध्यम से उसके संपर्क में रहे तथा विचारधारा से प्रभावित होकर पूरी तरह से कट्टरपंथी बन गए। सहाय ने बताया कि आतंकवादियों के आका नेता ने उन्हें भारत में आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने का आदेश दिया, जिस पर वे सहमत हो गए और यहां तक कि आत्मघाती बम विस्फोट करने के लिए भी तत्परता दिखाई. इन लोगों को भारत में आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए श्रीलंकाई मुद्रा में चार लाख रुपये का भुगतान किया गया था।
बड़े आतंकी साजिश का खुलासा: गुजरात के डीजीपी विकास सहाय ने सोमवार देर शाम प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इन आतंकियों की साजिश के बारे में बताया। डीजीपी विकास सहाय ने बताया कि गिरफ्तार किए गए चारों आतंकी इस्लामिक स्टेट (ISIS) के सदस्य हैं। इन आतंकियों का मकसद यहूदी, ईसाई, बीजेपी और आरएसएस के लोगों को निशाना बनाना था। ATS की जांच में पता चला है कि इन सभी आतंकियों का मकसद मुस्लिम समुदाय के खिलाफ कथित अत्याचार करने वालों को सबक सिखाना था।
दरअसल, एयरपोर्ट से पकड़े गए चारों आतंकी श्रीलंकाई नागरिक हैं. ये चारों श्रीलंका से पहले चेन्नई पहुंचे थे और इसके बाद चेन्नई से अहमदाबाद एयरपोर्ट पर उतरे थे। यह पहुंचने पर गुजरात एटीएस ने इन्हें पाकिस्तान मेड हथियारों के साथ गिरफ्तार कर लिया था। पुलिस के मुताबिक चारों आतंकियों की पहचान मोहम्मद नुसरथ, मोहम्मद नफरान, मोहम्मद फारिस और मोहम्मद रासदीन के रूप में की गई है। पुलिस उपमहानिरीक्षक विकास सहाय ने बताया कि चारों आतंकवादी श्रीलंका के मूल निवासी हैं और इस्लामिक स्टेट की विचारधारा से कट्टरपंथी बने थे। वे केवल तमिल बोलते हैं और हिंदी या अंग्रेजी नहीं समझते हैं।चेन्नई से अहमदाबाद पहुंचने के बाद चारों आतंकी पाकिस्तानी हैंडलर के मैसेज का इंतजार कर रहे थे। अहमदाबाद से इन्हें टार्गेट लोकेशन पर पहुंचना था। इन्हें यहां हथियार मिलने वाले थे. उससे पहले ही ATS ने सबको गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने बताया कि चारों आतंकियों को यहूदियों के प्रमुख स्थलों पर हमले का टास्क दिया गया था. इसके साथ ही बीजेपी, आरएसएस के साथ हिंदू नेताओं की टारगेट किलिंग का प्लान भी था। अगर हैंडलर से निर्देश मिलता तो ये सभी मिलकर देश में फिदायीन हमले को भी साजिश को अंजाम देने की फिराक में थे। सभी आतंकी हाइली ट्रेंड हैं और इनके तार पाकिस्तान से भी जुड़े हुए हैं।आतंकियों का हैंडलर में पाकिस्तान में मौजूद है। गिरफ्तार एक आतंकी ने पाकिस्तान का वीजा भी लिया हुआ था। गिरफ्तार आरोपियों से गुजरात एटीएस के साथ सेंट्रल एजेंसियां भी पूछताछ कर रही हैं। एजेंसियों को शक है कि श्रीलंका मूल के इन आतंकियों के तार भारत में मौजूद कुछ लोगों से जुड़े हो सकते हैं।
भारत में पांव पसारने की लगातार कोशिश कर रहा ISIS: आईएसआईएस भारत में पांव पसारने की लगातार कोशिश में हैं. यही कारण है कि इनकी गतिविधियां यहां तेज हो गई है। कई ऐसे घटनाएं भी सामने आ चुकी है, जिसमें आईएसआईएस का हाथ होने के सबूत मिले हैं। साथ ही कई संदिग्ध और आईएसआईस आतंकियों को गिरफ्तार भी किया जा चुका है। इसी साल मार्च में ही असम से ISIS के इंडिया चीफ को गिरफ्तार किया गया था। आईएसआईएस का भारत प्रमुख और उसका एक सहयोगी बंग्लादेश की सीमा पार कर भारत में घुसा था। दोनों को असम के धुबरी जिले से गिरफ्तार किया गया था। ये भारत में आतंकी फंडिंग और लोगों की आईएसआईएस में भर्ती की गतिविधियों में शामिल था। रिपोर्ट अशोक झा

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