भाजपा नेताओं को दी गई सुरक्षा, ज्यादातर ग्रामीण इलाके से
सिलीगुड़ी: पश्चिम बंगाल में केंद्रीय गृह मंत्रालय ने 25 से ज्यादा बीजेपी नेताओं और कार्यकर्ताओं को सुरक्षा दी है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इन सभी नेताओं को एक्स कैटेगरी की सीआईएसएफ (CISF) सुरक्षा दी है। सन्देशखली, 24 परगना, मेदिनीपुर और पूर्व मेदिनीपुर के नेताओं और बीजेपी कार्यकर्ताओं को केंद्र सरकार ने सुरक्षा दी है। ये नेता ज्यादातर इन जिलों के गांवों और छोटे शहरों में रहते हैं। बताया गया कि खतरे के आंकलन के बाद केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इन बीजेपी नेताओं को सुरक्षा दी है। जबसे लोकसभा चुनाव का ऐलान हुआ है, पश्चिम बंगाल में लगभग 50 से ज्यादा बीजेपी नेताओं को केंद्रीय गृह मंत्रालय ने सुरक्षा दी है।एक्स श्रेणी की सुरक्षा में 2 हथियारबंद जवान किसी शख्स की सुरक्षा व्यवस्था करते हैं। पश्चिम बंगाल में मौजूदा वक्त में 125 से ज्यादा बीजेपी नेताओं और कार्यकर्ताओं को केंद्र सरकार से सुरक्षा मिली हुई है। सीआईएसएफ के कमांडो इन नेताओं को सुरक्षा दे रहे हैं। खतरे की आशंका के चलते ये सुरक्षा दी गई है। गौरतलब है कि इससे पहले पश्चिम बंगाल में हुए विधानसभा चुनाव के बाद बड़े पैमाने पर हिंसा हुई थी। इसमें करीब 17 लोगों के मारे जाने की पुष्टि पुलिस ने की थी। मगर बीजेपी ने करीब 270 से ज्यादा हिंसक घटनाओं की लिस्ट जारी की थी।वहीं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार को दावा किया कि बीजेपी लगातार तीसरी बार सत्ता में नहीं लौटेगी। यादवपुर और दक्षिण कोलकाता लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों में 12 किलोमीटर लंबे रोड शो के दौरान लोगों को संबोधित करते हुए बनर्जी ने कहा कि ‘यदि मतगणना प्रक्रिया सही ढंग से हुई तो ऐसी संभावना है कि भाजपा इस बार सत्ता में वापसी नहीं कर पायेगी। ममता बनर्जी ने कहा कि ‘प्रधानमंत्री के पद का एक खास महत्व है और इसकी संवैधानिक जिम्मेदारियां हैं, लेकिन उन्हें (भाजपा) इसकी परवाह नहीं है। हर बार मतगणना से पहले वह 48 घंटे तक प्रचार पाने के लिए कहीं न कहीं बैठ जाते हैं। वे ध्यान लगा सकते हैं, लेकिन कैमरों की मौजूदगी में ही ऐसा क्यों?’ तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख बनर्जी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के गुरुवार को लोकसभा चुनाव प्रचार अभियान के समापन के बाद कन्याकुमारी में रॉक मेमोरियल में निर्धारित ध्यान कार्यक्रम का जिक्र कर रही थीं. पिछले लोकसभा चुनाव में प्रचार के बाद मोदी ने केदारनाथ के निकट एक गुफा में ध्यान लगाया था। रिपोर्ट अशोक झा