राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने बंगाल की महिलाओं के लिए जताया चिंता
अशोक झा, सिलीगुड़ी: राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने हाल ही में बंगाल में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर व्यापक चिंता व्यक्त की है।जानकारी के मुताबिक उन्होंने विशेष रूप से महिलाओं के खिलाफ हिंसा की बढ़ती घटनाओं पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि महिलाओं के खिलाफ हिंसा एक सामाजिक समस्या है, जो समाज की मनोवैज्ञानिक स्थिति और प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाती है।राज्यपाल के मुताबिक, ‘यह बंगाल महिलाओं को सुरक्षा देने में विफल रहा है। महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रशासन को और कड़े कदम उठाने की जरूरत है। महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रशासन और बंगाल के लोगों को मिलकर काम करना चाहिए। इन कदमों में पुलिस की प्रभावशीलता बढ़ाना, त्वरित प्रतिक्रिया प्रणाली और महिलाओं के लिए विशेष सुरक्षा इकाइयों का गठन शामिल है।
यह कुछ ऐसा है जिसका पूरे समाज को मजबूती से और प्रभावी ढंग से विरोध करना होगा और हम ऐसा करेंगे।उनकी यह प्रतिक्रिया आरजी कर बलात्कार और हत्या मामले की पीड़िता के लिए न्याय की चल रही मांग के बीच आई है। राज्यपाल बोस ने यह बयान दिग्गजों के साथ जय जवान दिवस के समारोह में भाग लेने के बाद दिया।अपराधी और सबूत नष्ट करने वालों को दंडित किया जाए: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता सुवेंदु अधिकारी ने रविवार को आरजी कर बलात्कार और हत्या मामले में पीड़ितों के माता-पिता से मुलाकात की और परिवार को अपना समर्थन दिया। पश्चिम बंगाल में विपक्ष के नेता (एलओपी) ने कहा कि वह और पूरी भाजपा परिवार के साथ खड़ी है। अधिकारी ने कहा, पूरी भाजपा और मैं इस परिवार के साथ हैं। हमारे राज्य मंत्री ने दो बार उनसे मुलाकात की। मैं उनसे दुर्गा पूजा के दौरान भी मिला था। न्याय के लिए हमारी लड़ाई जारी है। हम इसके लिए लड़ाई जारी रखेंगे। परिवार न्याय की मांग करता है, अपराधी और सबूत नष्ट करने वालों को दंडित किया जाए। वे राज्य सरकार के खिलाफ भी कानूनी कार्रवाई चाहते हैं, जो समान रूप से जिम्मेदार है।चुनाव से ठीक पहले भय का माहौल: जूनियर डॉक्टरों ने केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से सख्त कार्रवाई करने और जिम्मेदार लोगों के लिए मृत्युदंड सुनिश्चित करने की मांग की थी। वरिष्ठ भाजपा नेता दिलीप घोष ने भी शनिवार को तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) पर निशाना साधा और पार्टी पर मेदिनीपुर उपचुनाव से पहले भय और तनाव का माहौल पैदा करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, टीएमसी यहां उपचुनाव कराती है। वे तय करते हैं कि किसे वोट मिलना है। वे चुनाव से ठीक पहले भय का माहौल बनाते हैं और तनाव पैदा करते हैं।