भाजपा नेता के बयान को लेकर टीएमसी में रोष, सियासी घमासान शुरू

अशोक झा, सिलीगुड़ी: पश्चिम बंगाल में केंद्रीय बलों के कथित दुरुपयोग पर चिंता जताते हुए निर्वाचन आयोग का रुख करने वाली तृणमूल कांग्रेस ने दावा किया कि आयोग ने उसकी शिकायत के संदर्भ में उसे राज्य में उपचुनाव को लेकर चुनाव प्रचार समाप्त होने से केवल 90 मिनट पहले, सोमवार दोपहर का समय दिया।राज्य की 6 विधानसभा सीटों पर 13 नवंबर को उपचुनाव है। अभियान सोमवार दोपहर को समाप्त हो गया। चुनाव की पूर्वसंध्या पर राज्य में सियासी घमासान शुरू हो गया है। सुवेंदु अधिकारी ने पिछले शनिवार को तालडांगरा में बीजेपी के लिए प्रचार किया था। विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी ने उपचुनाव अभियान में हिंदू वोटों को एकजुट करने पर जोर दिया। हाल ही में बांग्लादेश के चटगांव में हिंदू उत्पीड़न की घटनाएं बार-बार उनकी जुबान पर आती रही हैं। वहीं शुवेंदु ने कहा, ”क्या आपने बांग्लादेश की तस्वीरें देखी हैं? 596 मंदिर नष्ट कर दिये गये। हिंदुओं पर क्या जुल्म ढाया! अब पश्चिम बंगाल को दूसरा बांग्लादेश बनाना चाहते हैं।” सुभेंदु की इस टिप्पणी पर तृणमूल ने आपत्ति जताई।तृणमूल को लगता है कि विपक्षी नेता का भाषण पूरी तरह से सांप्रदायिक उकसावे वाला है।तृणमूल ने विपक्षी नेता शुभेंदु अधिकारी पर सेंसर लगाने की मांग की. कुणाल घोष, शशि पंजरा सोमवार सुबह चुनाव आयोग कार्यालय गये. वे वहां गये और मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी को ज्ञापन के साथ सुवेंदु के 40 मिनट के भाषण की पेन ड्राइव दी. इस संदर्भ में कुणाल घोष ने कहा, ”हमने शुवेंदु को सेंसर करने के लिए आयोग में आवेदन किया है. हालांकि आज दोपहर को उपचुनाव का प्रचार खत्म हो गया.  लेकिन ये सिर्फ उपचुनाव की बात नहीं है। बीजेपी नेता समय-समय पर ऐसी भड़काऊ टिप्पणियां करते रहते हैं। उनका मकसद धर्म के आधार पर बंगाल को अस्थिर करना है। अन्यथा बांग्लादेश की हिंसक स्थिति की तुलना बेवजह क्यों की जा रही है? बांग्लादेश हमारा पड़ोसी देश है। इसके आंतरिक मामलों पर हमारी चुनावी प्रक्रिया में चर्चा नहीं की जा सकती।’ वहां क्या हुआ इसकी विशेष जानकारी हमारे पास नहीं है। दरअसल, बीजेपी को इस बात का एहसास हो गया है कि वह 6 केंद्रों पर होने वाले उपचुनाव हार जाएगी. इसलिए ये बातें कह रहे हैं। हम मांग करते हैं कि राज्य में शांति बनाए रखने के हित में विपक्षी नेता पर प्रतिबंध लगाया जाए। कुणाल ने यह भी कहा, ‘हम यहां सेंसर करने के लिए मुख्य चुनाव अधिकारी के माध्यम से राष्ट्रीय चुनाव आयोग में आवेदन कर रहे हैं. क्योंकि उपचुनाव प्रचार आज खत्म हो रहा है. इसके साथ ही हरसंभव कानूनी उपाय किये जाने चाहिए।

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