पूर्व मंत्री राम प्रसाद चौधरी का बढ़ा कद सपा के बने राष्ट्रीय सचिव
पूर्व मंत्री राम प्रसाद चौधरी का बढ़ा कद सपा के बने राष्ट्रीय सचिव
उप्र बस्ती जिले के कद्दावर नेता राम प्रसाद चौधरी का समाजवादी पार्टी नेतृत्व ने कद बढ़ा दिया है। उन्हें पार्टी का राष्ट्रीय सचिव घोषित किया गया है। रामप्रसाद चौधरी खलीलाबद से एक बार सांसद व बस्ती जिले के कप्तानगंज क्षेत्र से पांच बार विधायक रहे हैं। 1997 में बसपा सरकार में क्षेत्रीय विकास मंत्री व 2007 में सूबे के खाद्य रसद मंत्री रह चुके हैं।
रामप्रसाद चौधरी का राजनैतिक सफर खलीलाबाद में वर्ष 1989 में हुए लोकसभा चुनाव से शुरू हुआ। इस चुनाव में वह संसदीय क्षेत्र खलीलाबाद के सांसद निर्वाचित हुए थे। इसके बाद रामप्रसाद ने खलीलाबाद को अलविदा कह दिया। इसके बाद वे वर्ष 1993 में सपा- बसपा गठबंधन में शामिल होकर कप्तानगंज की विधानसभा सीट से विजय दर्ज की। इन्हें बसपा का कद्दावर नेता माना जाने लगा। वर्ष 1997 में बसपा नेतृत्व ने इन पर विश्वास जताते हुए अपने कोटे से क्षेत्रीय विकास मंत्री के पद से नवाजा। बसपा में इनका कद इतना बढ़ गया कि 2009 में संसदीय चुनाव में अपने भतीजे अरविंद चौधरी को टिकट दिला दिया और वह भी सांसद हो गए। इसके बाद यह कप्तानगंज विधानसभा क्षेत्र से 2012 तक विधायक रहे। बसपा के टिकट पर चुनाव लड़ रहे रामप्रसाद 2012 के चुनाव में भाजपा से पराजित हो गए। इसके बाद उन्होंने बसपा का साथ छोड़ दिया और समाजवादी पार्टी का दामन थाम लिए। 2022 के विधानसभा चुनाव में रामप्रसाद तो खुद मैदान में नहीं उतरे, मगर अपने पुत्र कविंद्र को टिकट दिलाया। इस चुनाव सपा ने भाजपा को हरा दिया और उनके पुत्र कविंद्र सपा से कप्तानगंज के विधायक बन गए। इनके ऊपर सपा नेतृत्व ने भरोसा जताते हुए उन्हें रविवार को राष्ट्रीय नेतृत्व की ओर से जारी सूची में राष्ट्रीय सचिव बना दिया गया।
पूर्व मंत्री रामप्रसाद चौधरी ने कहा कि नेतृत्व ने जो जिम्मेदार उन्हें दी है उस पर खरा उतरने का पूरा प्रयास करूंगा।